जी 7 की बैठक में अचानक पहुंचे ईरान के विदेश मंत्री


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जी 7 शिखर सम्मेलन की बैठक में ईरान के विदेश मंत्री ने अचानक दस्तक दी है. वह सीधे उस बिल्डिंग में जा पहुंचे जहां दुनिया के प्रमुख लोकत्रांतिक देशों के नेता परमाणु हथियारों पर लगाम लगाने को लेकर बहस कर रहे थे.

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवेद जरीफ 22 अगस्त को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों से मिले थे. फ्रांस जी 7 शिखर सम्मेलन की बैठक की मेजबानी कर रहा है.

जरीफ का विमान  सुबह तेहरान से चला था और कुछ समय में ही यह बिआरित्ज हवाई अड्डे पहुंच गया. बिआरिट्ज हवाई अड्डे को 23 अगस्त से ही जी 7 प्रतिनिधिमंडलों को छोड़कर सभी के लिए बंद कर दिया गया है.

एक वरिष्ठ फ्रेंच अधिकारी ने नाम नहीं लेने की शर्त पर न्यूज एजेंसी एसोसिएट प्रेस को बताया कि जरीफ फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन के साथ बैठक करने के लिए पहुंचे हैं.

ईरान के विदेश मंत्री के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने बताया कि जरीफ बिआरित्ज फ्रांस के विदेश मंत्री के आमंत्रण पर आए हैं. मौसवी ने ट्वीट कर कहा कि जरीफ की इस यात्रा में अमेरिकी अधिकारी के साथ कोई बैठक नहीं होगी.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से निपटने के लिए जरीफ एशिया के देशों में जा सकते हैं. जरीफ ईरान के लिए समर्थन चाहते हैं.

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक फ्रांस ने भले ही ईरान और अमेरिका के बीच मध्यस्तता की भूमिका की घोषणा नहीं की है लेकिन वह दोनों देशों के बीच जारी तनाव को कम करने के लिए प्रयासरत हैं. इससे पहले फ्रांस ने जी 7 देशों के नेताओं के साथ इस मुद्दे पर बातचीत कर माहौल बनाने की कोशिश की है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर उसके लिए जी-7 के संयुक्त संदेश पर चर्चा करने की बात से इंकार कर दिया.

ट्रंप का यह बयान फांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के उस दावे के विपरीत है जिसमें उन्होंने कुछ समय पहले कहा था, ‘‘ईरान को क्या कहना है इस पर जी-7 देश सहमत हो गए हैं.’’

उल्लेखनीय है कि 2015 में पश्चिमी देशों और ईरान के बीच एक परमाणु समझौता हुआ था. लेकिन पिछले साल अमेरिका एकपक्षीय तरीके से इससे अलग हो गया और ईरान की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले प्रतिबंध फिर से लगा दिये.

मैक्रों वार्ता बहाल करने के रास्ते तलाश कर इस संकट को दूर करने की कोशिशों का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने रविवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ भी टेलीफोन पर वार्ता की।

सूत्र ने बताया कि क्षेत्र में तनाव दूर करने के लिए मैक्रों को ईरान से बात करने और संदेश देने का अधिकार सौंपा गया है.

प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी 7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए फ्रांस के बिआरित्ज पहुंच चुके हैं. सम्मेलन में वह पर्यावरण के वैश्विक ज्वलंत मुद्दों, जलवायु और डिजिटल बदलाव पर बोलने के साथ विश्व नेताओं से मुलाकात करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर मामले पर भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से बातचीत कर सकते हैं.

शाम 4.30 बजे फ्रांस के बिआरित्ज में जी-7 के नेताओं की बैठक शुरू हुई. इस बैठक में जापान के पीएम शिंजो आबे, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति एमुएल मैक्रां, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो और इटली के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने फ्रांस के बिआरित्ज में मुलाकात की है.

जी-7 देशों के सदस्यों ने अमेजन के जंगलों में लगी आग पर गंभीर चिंता जताई है. समाचार एजेंसी एएफपी ने फ्रांस के राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि जी-7 आग बुझाने पर तत्काल मदद करने के लिए राजी हो गया है.

24 अगस्त को जब सम्मेलन शुरू हुआ तो 9 हजार से अधिकर प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस और स्पेन को जोड़ने वाले एक पुल पर जी-7 विरोधी मार्च निकाला, जिन्हें तितर-बितर करने के लिये पुलिस को आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा.


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