सरकार ने कहा, अन्य देशों के मुकाबले भारत में अमीरों पर कम कर
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बजट में अमीर नागरिकों की कर योग्य आय पर अतिरिक्त सरचार्ज की घोषणा पर सरकार का कहना है कि अन्य देशों की तुलना में भारत में अमीरों से कम आयकर वसूला जाता है. साथ ही सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने प्रस्ताव पर पुनर्विचार नहीं करने जा रही है.
नई सरकार का पहला बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने 2 से 5 करोड़ रुपये की आय पर तीन फीसदी और 5 करोड़ रुपये सालाना से अधिक आय वालों सात फीसदी अतिरिक्त सरचार्ज की घोषणा की. अब 2-5 करोड़ की कमाई पर 39 फीसदी आयकर और 5 करोड़ से अधिक की सालाना कमाई पर 42.7 फीसदी टैक्स वसूला जाएगा.
अधिकारियों ने प्रस्ताव का बचाव करते हुए कहा कि भारत में दो करोड़ रुपये या इससे ज्यादा की कमाई पर आयकर की दरें बाकि देशों की तुलना में कम हैं. अपने बयान के समर्थन में उन्होंने कहा कि कनाडा, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में ‘सुपर-रिच’ लोगों से काफी उच्च दरों पर कर वसूला जाता है.
इस पर जानकारों ने कहा कि इन देशों में लोगों को उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सामाजिक सुरक्षा के लाभ आदि दिए जाते हैं, जो भारत में नहीं दिए जाते हैं. इस पर अधिकारियों का कहना है कि इस श्रेणी में आने वाले लोग सार्वजनिक स्वास्थ्य और शिक्षा पर निर्भर नहीं करते हैं.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक सरकार ने सीतारमण के बजट भाषण में आयकर बढ़ोत्तरी पर रखे गए प्रस्ताव की समीक्षा से इनकार कर दिया है. एक अधिकारी ने कहा, “अमीर नागरिक मध्यम वर्ग के पीछे छुपने की कोशिश कर रहे हैं. जो ज्यादा कमाते हैं उन्हें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभनी चाहिए.”