एक फीसदी से भी कम लोगों के कब्जे में है इंग्लैंड की आधी जमीन


half of land in england is owned by less than one percent

  High Nature

एक किताब में छपी रिपोर्ट से पता चला है कि इंग्लैंड की आधी जमीन वहां की एक फीसदी से भी कम आबादी के नियंत्रण में है. रिपोर्ट में बताया गया है कि लगभग 25,000 जमींदार, जो कॉरपोरेट और कुलीन तंत्र का हिस्सा हैं, उनके पास देश की लगभग आधी जमीन है.

रिपोर्ट में दिखाया गया है कि अगर इंग्लैंड की जमीन का बंटवारा न्यायोचित तरीके से किया जाए तो प्रत्येक व्यक्ति के पास आधे एकड़ से अधिक जमीन होगी.

जमीन के इन बड़े मालिकों में इंग्लैंड की रानी, बक्ल्यूक के ड्यूक और उद्यमी जेम्स डॉयसन का नाम प्रमुख रूप से शामिल है.

इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए लेबर पार्टी से सांसद जोन ट्रिकेट ने कहा, “इस रिपोर्ट से अपरिहार्य रूप से पता चलता है कि हमारा देश बहुतों के लिए ना होकर केवल कुछ के लिए है.”

उन्होंने आगे कहा कि जमीन संपत्ति और खाद्य संसाधनों का स्रोत है, यह घरों की कीमत को प्रभावित करती है और लाखों लोगों को आरामदायक जीवन प्रदान कर सकती है.

वहीं जिस किताब में यह रिपोर्ट छपी है, उसके लेखक गॉय स्रुबशोले ने कहा कि इस इस खोज से पता चलता है कि सदियों से चीजें एक जैसी ही हैं.

उन्होंने कहा, “ ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है कि केवल कुछ लोग बहुत सारी जमीन के मालिक हैं.”

किताब ने यह रिपोर्ट देश के फ्रीडम इनफॉरमेशन एक्ट और कुछ सार्वजनिक मानचित्रों के आधार पर बनाई है.

स्रुबशोले ने अनुमान लगाया है कि कुलीन तंत्र के लोगों के पास देश की 30 फीसदी जमीन है. वहीं इंग्लैंड और वेल्स की 17 फीसदी जमीन के मालिकाना हक के बारे में तस्वीर साफ नहीं है.

वहीं दूसरी तरफ स्रुबशोले ने यह अनुमान भी लगाया है कि देश की 18 फीसदी जमीन कॉरपोरेट घरानों के पास है. स्रुबशोले का कहना है कि इनमें से ज्यादातर कॉरपोरेट मालिक विदेशों में हैं.

एक लेफ्ट-सेंटर थिंकटैंक की मुख्य अर्थशास्त्री कैरी रॉबर्ट्स इस रिपोर्ट को लेकर कहती हैं, “इस रिपोर्ट को लेकर वे स्तब्ध तो हैं लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हैं.”

कैरी ने आगे कहा, “सार्वजनिक जमीन को बेच देने का एक नुकसान ये हुआ है कि इससे उस जमीन पर वृहद जनसंख्या के जनतांत्रिक अधिकार कम हुए हैं. इससे स्वास्थ से लेकर तमाम दूसरी जनकल्याणकारी सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है.”


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