हिलेरी क्लिंटन ने तुलसी गबार्ड पर साधा निशाना, कहा- डेमोक्रेटिक पार्टी में रूस का नुमाइंदा


hillary clinton suggests russia grooming gabbard to be the third party candidate

 

हिलेरी क्लिंटन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार और हवाई से रिप्रजेंटेटिव्स तुलसी गबार्ड पर निशाना साधा कि डेमोक्रेटिक पार्टी में शामिल एक ऐसी महिला हैं जिन्हें रूस से समर्थन मिल रहा है और जिसे पार्टी में ‘तीसरी पार्टी’ के नुमाइंदे के तौर पर तैयार किया जा रहा है.

हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में क्लिंटन ने तुलसी गबार्ड का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी में ‘एक रूस का एक पसंदीदा उम्मीदवार है.’

ये पूछे जाने पर कि क्या वो गबार्ड की बात कर रही थीं तो क्लिंटन के प्रवक्ता निक मेरिल ने कहा, ‘अगर ‘नेस्टिंग डॉल’ इसके लिए उपयुक्त हैं तो…’

इसके बाद क्लिंटन को कड़े शब्दों में जवाब देते हुए गबार्ड ने लगातार तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, ‘शुक्रिया हिलेरी क्लिंटन. युद्ध करने वालों की रानी, भ्रष्टाचारी और डेमोक्रेटिक पार्टी को बीमार बना देने वाली, तुम आखिरकार पर्दे के पीछे से सामने आ ही गई. जिस दिन से मैंने अपनी उम्मीदवारी घोषित की तब से ही मेरी छवि खराब करने के लिए कैंपेन चलाए जा रहे हैं.’

गबार्ड ने कहा, ‘अब हम जानते हैं कि वो तुम थी जो कॉर्पोरेट मीडिया में अपने शक्तिशाली साथियों और लोगों के जरिए ये कर रही थी. तुम्हें मुझसे डर था. अब ये साफ है कि वो तुम थी. तो डरपोक की तरह अपने नुमाइंदों के पीछे छिपना बंद करो. सामने आकर दौड़ में शामिल हो जाओ.’

तुलसी के ट्वीट के कुछ ही समय में मेरिल ने जवाब दिया कि ‘साजिश और अपशब्दों से भरी भड़काऊ भाषा? इससे बेहतर प्रमाण नहीं हो सकता.’

वहीं गबार्ड अब क्लिंटन को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं. गबार्ड ने एक इंटव्यू के दौरान एक बार फिर क्लिंटन पर ‘विदेशी दूत’ कहते हुए निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘साफ है कि क्लिंटन मुझपर इसलिए निशाना साध रही हैं क्योंकि वो जानती है कि वो मुझे कंट्रोल नहीं कर सकती हैं.’

गबार्ड ने कहा, ‘अगर मैं राष्ट्रपति बनती हूं तो क्लिंटन मुझसे काम नहीं निकलवा पाएंगी.’

इस हफ्ते हुई बहस में कुछ डेमोक्रेटिक और आलोचकों ने गबार्ड को रूसी ऐसेट करार दिया था हालांकि गबार्ड ने इसे पूरी तरह नकार दिया.

मेरिल ने कहा, ‘क्लिंटन का बयान आधारहीन नहीं है. ये सच्चाई है. अगर अपने हित के लिए रूस की प्रोपगेंडा मशीन अपने राज्य संचालित मीडिया और ट्रोल के जरिए किसी उम्मीदवार का समर्थन कर रही है तो ये सच्चाई है. ये केवल अटकलें नहीं है.’


Big News