हिटलर की पेंटिंग्स की नीलामी का हो रहा विरोध
ट्विटर
जर्मन तानाशाह एडॉल्फ हिटलर की पांच पेंटिंग्स जर्मनी के न्यूरेमबर्ग शहर में नीलाम की जाएंगी. इस नीलामी को लेकर लोग खासे नाराज भी हैं. लोगों की नाराजगी की वजह अब तक मौजूद हिटलर की लोकप्रियता है.
अंग्रेजी वेबसाइट दि गार्डियन के मुताबिक लोग पहले भी इस तरह की नीलामी को गलत बताकर उसका विरोध करते रहे हैं.
न्यूरेमबर्ग शहर के मेयर उलरिच मैली ने
नीलामी की निंदा करते हुए इसे गलत बताया.
जिन वस्तुओं की नीलामी होनी है उनमें पर्वतीय नदी के दृश्य वाली एक तस्वीर भी है, जिसकी
शुरुआती कीमत 51,000 डॉलर है.
इसमें एक बेंत की बनी आरामकुर्सी है, जिस पर स्वास्तिक
का चिह्न है. ऐसा माना जाता है कि यह आरामकुर्सी
नाजी तानाशाह की थी.
द वील्डर ऑक्शन हाउस न्यूरेमबर्ग में ‘‘विशेष
बिक्री’’ कर रहा है. ये वही शहर है जहां 1945 में नाजी युद्ध अपराधियों पर
मुकदमा चला था.
हिटलर की कथित कलाकृतियों की नीलामी को लेकर आए दिन आक्रोश के बावजूद इन्हें खरीदने वाले लोग इन कलाकृतियों
के लिए ऊंचे दाम देना चाहते हैं.
म्यूनिख के
केंद्रीय ऐतिहासिक कला संस्थान के स्टीफेन क्लींजेन कहते हैं, “नाजीवाद से जुड़ी चीजों के व्यापार का एक
लंबा इतिहास रहा है.”
उन्होंने कहा, “हर
बार जब ये ब्रिकी होती है मीडिया में हल्ला मचता है, और इसके बाद इन चीजों पर लगनी
वाली बोली काफी ऊंची हो जाती है. व्यक्तिगत रूप से मैं मानता हूं ये मामला संदिग्ध
है.”
जर्मनी में नाजी प्रतीकों का सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन गैरकानूनी है लेकिन शैक्षिक और ऐतिहासिक संदर्भों में यह अपवाद हो सकता है. कानून का पालन करते हुए ऑक्शन हाउस ने चिह्नों को ढक दिया है.
इस दौरान काफी
वस्तुओं को नीलामी से बाहर भी कर दिया गया. ऐसा उनकी संदिग्ध पहचान के चलते किया गया.