बुमराह कैसे बने क्रिकेट के हर फॉर्मेट के पूर्ण खिलाड़ी


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जसप्रीत बुमराह पिछले दो सालों में भारतीय क्रिकेट की जान और विश्व के कई बहतरीन बल्लेबाजों के लिए अभी भी एक पहेली बने हुए हैं. भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह विश्व क्रिकेट के सम्पूर्ण गेंदबाज हैं.

साल 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापर्ण करने वाले बुमराह को तब ज्यादातर सीमित ओवर के गेंदबाज के रूप में देखा गया था. उन्होंने उस समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 47 टी-20 खेल कर 52 विकेट अपने नाम किए. इसमें उनका इकॉनमी रेट 7.34 का रहा था. साल 2015 और 2016 की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 14 मैच में 24 विकेट लेकर एक बड़े आकर्षण का केंद्र रहे. वहीं 50 ओवर के फॉर्मेट में खेली जाने वाली विजय हजारे ट्रॉफी के दो सत्रों में उन्होंने 14 मैचों में 15.20 की औसत से 34 विकेट लिए थे.

बुमराह का अब तक का अंतरराष्ट्रीय सफर

बुमराह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शुरूआती दो सालों में 31 एकदिवसीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने 56 विकेट लिए. वहीं 32 टी-20 मैच में 40 विकेट लिए जिसकी बदौलत उन्हें साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका जाने वाली टीम में शामिल कर लिया गया.

अभी तक खेले गए 58 एकदिवसीय मैचों में बुमराह ने 21.88 की औसत से 103 विकेट अपने नाम किए हैं. जिनमें उनका इकॉनमी रेट 4.49 का रहा. वहीं टी-20 क्रिकेट में उन्होंने 42 मैचों में 51 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका इकॉनमी रेट 6.71 का रहा. क्रिकेट के सबसे लम्बे फोर्मेट यानि टेस्ट क्रिकेट में केवल 12 मैचों में ही 62 विकेट ले डाले.

पिछले दस सालों में क्रिकेट के हर प्रारूपों में बुमराह अकेले ऐसे गेंदबाज हैं, जिसमें उनका 22 से कम औसत है.

बुमराह टेस्ट क्रिकेट में उन तीन गेंदबाजों में से एक है जिन्होंने अपने शुरूआती 12 टेस्ट मैचों में 50 से अधिक विकेट लिए हैं. वहीं शुरूआती 58 वनडे में 100 से अधिक विकेट लेने के मामलों में वह शेन बोंड और ब्रेट ली के साथ खड़े हुए हैं.

बुमराह फिलहाल अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शुरूआती दौर से गुजर रहे हैं.

विश्व क्रिकेट के कई महान गेंदबाजों ने क्रिकेट के कई मानकों में बुमराह ने अपनी महानता को बनाए रखा है. बुमराह को टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए दो साल का समय भी नहीं हुआ है और उन्होंने इस दौरान अलग-अलग गेंदों के साथ अलग-अलग परिस्थितियों में टेस्ट मैच खेले हैं. बुमराह ने अपने आप को टेस्ट मैच के लिए एक पूर्ण गेंदबाज के रूप में स्थापित किया है.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच की पहली पारी में बुमराह ने 73 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया था बाद में दूसरी पारी में बहतरीन प्रदर्शन करते हुए उन्होंने 39 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए थे. पिछले 60 सालों में  बुमराह उन गेंदबाजों में शामिल है जिन्होंने अपने शुरूआती 12 टेस्ट मैचों में 62 से अधिक विकेट लिए हैं.

अभी तक के अपने छोटे से करियर में बुमराह ने चार अलग-अलग देशों जैसे दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज में टेस्ट मैच खेले और इन सभी देशों के खिलाफ उन्होंने पांच विकेट हॉल लिया है. बुमराह का चौथा-पांच विकेट हॉल वेस्ट इंडीज के खिलाफ उनके ग्यारवें टेस्ट मैच में आया.

बुमराह का टेस्ट औसत 19.34 का है और उनका स्ट्राइक रेट 43.7 का जो अपने आप में काफी प्रभावशाली है, लेकिन दुनिया के टॉप आर्डर के टॉप सात बल्लेबाजों के खिलाफ उन्होंने 19.78 की औसत से 47 विकेट लिए हैं.

अब तक के 12 टेस्ट मैचों में उनका दोनों दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ 23 से कम का औसत है. वहीं वनडे में दाएं और बाएं  हाथ के बल्लेजों के खिलाफ उनका औसत अलग-अलग होने के बावजूद वह सामान रूप से घातक हैं.

अपने 12 टेस्ट मैचों में बुमराह अभी तक  पांच बार पांच विकेट हॉल ले चुके हैं. उनके चार पांच विकेट हॉल ऐसे रहे जो बहुत ही अच्छा प्रदर्शन केर कर आए. वेस्ट इंडीज के खिलाफ 27 पर 7 और 5 पर 6, ऑस्ट्रेलिया में 33 पर 6 और जोहान्सबर्ग में 54 रन देकर 5 विकेट लिए. केवल ट्रेंट ब्रिज में उन्होंने 85 रन देकर पांच विकेट लिए.

यह सच है कि बुमराह ने अभी तक अपने सभी टेस्ट मैच भारत के बाहर के बाहर खेले हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर मैच उन परिस्थितियों में खेले गए जो गेंदबाजी के लिए अच्छे थे. इन तथ्यों से साबित होता है कि 12 टेस्ट मैचों बुमराह का गेंदबाजी औसत 19.24 का रहा जबकि बाकी गेंदबाजों का 27.96 का रहा.


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