रिपोर्टर डायरी: महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव को लेकर कांग्रेस में गहमागहमी का माहौल
इन दिनों कांग्रेस दफ्तर के बाहर सन्नाटा छाया हुआ है. महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव की घोषणा के बाद न तो महाराष्ट्र के प्रभारी महासचिव मल्किकार्जुन खड़गे ना ही सीईसी के सदस्य मुकुल वासनिक और न ही महाराष्ट्र के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन राउत वहां मौजूद थे.
सभी इन दिनों महाराष्ट्र में हैं. जबकि, हरियाणा के नेताओं में हुड्डा और कुमारी शैलजा भी रोहतक हैं. पवन खेड़ा ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. पवन खेड़ा ने कहा कि पी चिदंबरम के साथ सरकार के व्यवहार को कांग्रेस चुनाव में जनता के बीच ले जाएगी.
वहीं, झारखंड के पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार का आम आदमी पार्टी में शामिल होना भी चर्चा का विषय बना रहा. झारखंड के प्रभारी आर पी एन सिंह से पार्टी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने पूछा कि सर ऐसा क्या हुए कि अजय जी ने एक दम ही पाला बदल लिए?
इस पर आरपीएन सिंह मुस्कुराकर बोले युवा नेताओं के साथ अगर थोड़ा बहुत इधर उधर हो जाता है तो वो बर्दाश्त नहीं कर पाते. उन्हें लगता है कि पद से हटाने से उनकी बेइज्जती हुई है. इसलिए वो इस प्रकार का निर्णय लेते हैं इससे ज्यादा कुछ नही.
महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव भी चर्चा में रहे. झारखंड में कांग्रेस को काफी उम्मीद है जबकि हरियाणा में ग्राफ बढ़ रहा है. महाराष्ट्र बहुत कमजोर है. हालांकि, धारा 370 और मोदी के प्रभाव को कांग्रेस अभी भी मानने से इनकार करती है.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा का कहना है कि पार्टी हमेशा की तरह पूरे तन, मन, धन से चुनाव लड़ेगी और आर्थिक मंदी, किसान की बेबसी और बीजेपी के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाएगी.
वहीं कांग्रेस की इस दलील के पीछे पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि मोदी के पीछे खड़ी मीडिया की पावर को अनदेखा नहीं किया जा सकता.
राउज़ एवेन्यू स्थित कांग्रेस पार्टी के नए आफिस बिल्डिंग का उद्घाटन 28 दिसम्बर को होना है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इसका उद्घाटन करेंगी.
वहीं दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वी वर्षगांठ पर कांग्रेस पैदल मार्च यात्रा का आयोजन कर रही है.
1. दो अक्टूबर को दिल्ली इकाई प्रदेश कार्यालय से लेकर राजघाट तक पैदल मार्च है.
2. मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राजघाट से शामिल होंगी.
3. इस दिन सभी लोग सफ़ेद कुर्ता पाजामा या सफ़ेद पेट शर्ट में यात्रा में शामिल होंगे.
4. यात्रा की विशेषता यह होगी कि सब लोग डीपीसीसी से एक पंक्ति में निकलेंगे.
5. कार्यकर्ताओं की कुल संख्या 7 हज़ार के करीब होगी.
6. दिल्ली के 14 ज़िलों के प्रभारियों को इसमे लोगों को लाने की ज़िम्मेदारी दी गई है.
7. कार्यकर्ताओं के हाथ में झंडे और सर पर सफ़ेद टोपी होगी.
8. 700 सेवा दल के कर्यकर्ताओं को इस कार्यक्रम को मैनेज करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है.
9. इस मौके पर कांग्रेस मांग करेगी कि बीजेपी और संघ अपना स्टैंड साफ करें कि उन्हें गांधी चाहिए या फिर गोडसे.
10. दिल्ली के सभी वरिष्ट नेता इसमें शामिल होंगें.