आईएएस गोपीनाथ ने दिया इस्तीफा, कहा-वापस चाहता हूं बोलने की आजादी


IAS Gopinath resigns, says he wants freedom to speech back

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2012 बैच के आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ ने अपना इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि अपने बोलने की आजादी को एक बार फिर हासिल करने के लिए वो सेवा से इस्तीफा दे रहे हैं. कश्मीर कैडर के चर्चित आईएएस अधिकारी शाह फैसल के बाद सबसे कम उम्र में अपनी सेवा से इस्तीफा देने वाले दूसरे आईएएस अधिकारी बन गए हैं.

गोपीनाथ फिलहाल दादर और नगर हवेली में उर्जा और गैर-पारंपरिक स्त्रोतों के सचिव के रूप में कार्यरत हैं. द टेलीग्राफ की खबर के अनुसार गोपीनाथ ने 24 अगस्त को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और वह तब तक सेवा में रहेंगे जब तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हो जाता.

गोपीनाथ ने कहा, “मुझे विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात खुलकर रखने की जरूरत महसूस होती है. जो मुझे एक लोकतांत्रिक देश का नागरिक होने का अनुभव कराती है. मैं मौलिक अधिकारों के निलंबन और उन पर प्रतिक्रियाओं की कमी के बारे में सोचता हूं.”

गोपीनाथ काफी समय से संवेदनशील परिस्थितियों पर बोलने से अधिकारियों की सेवा शर्तों में अपने आप को मजबूर पा रहे थे.

एक अधिकारी ने कहा, “उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर इस पद से इस्तीफा देने के बारे में सोचा है. यह अभी भी देश में सबसे प्रतिष्ठित नौकरियों में से एक के रूप में माने जाने वाले आसान निर्णय नहीं है.”

सोशल मीडिया पर काफी सक्रीय रहने वाले गोपीनाथ ने हाल ही में ट्वीट में कहा था,” मैंने एक बार सोचा था सिविल सेवाओं में रहने का मतलब साथी नागरिकों और अधिकारों और स्वतंत्रता का विस्तार करने का एक अवसर है.”

केरल के रहने वाले गोपीनाथ तब खबरों में आए जब पिछले साल केरल में आई बाढ़ में राहत शिवरों में बाढ़ प्रभावी लोगों की मदद करते हुए देखा गया. उन्होंने लगातार आठ दिनों तक अपनी पहचान बताए बिना बाढ़ प्रभावी लोगों की मदद करते रहे.

अपनी वर्तमान पोस्टिंग से पहले गोपीनाथ अरुणांचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम,और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के अधिकारी के रूप में मिजोरम में थे.

अपनी वर्तमान पोस्टिंग में उन्होंने दादर और नागर हवेली प्रशासन को चुनाव के दौरान जिला कलेक्टर को नोटिस जारी करने पर आपति जताई थी क्योंकि कलेक्टर रिटर्निंग ऑफिसर के रूप में डबल करते थे. उन्होंने मामले को चुनाव आयोग भेजा, जिसमें प्रबंधक को नोटिस वापस लेने का निर्देश दिया था.

गोपीनाथन को उनके नवीनतम निर्णय के लिए सराहा गया है, पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास सचिव अनिल स्वरूप ने ट्वीट किया, “हम गोपीनाथ जैसे सभी अधिकारियों पर गर्व करते हैं. कन्नन गोपीनाथ ने अपने काम से सभी तरफ से प्रशंसा हासिल की है. वह एक ऐसी सेवा से इस्तीफा देना चाहते हैं ,जो सेवा के दौरान लोगों की सेवा करने के लिए अधिक गुंजाइश प्रदान करता है. उन्होंने खुद दिखाया कि क्या किया जा सकता है.”


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