केरल निकाय उपचुनाव: लेफ्ट फ्रंट ने जीतीं 44 में से 22 सीटें
केरल में हाल ही में 44 सीटों पर हुए निकाय उपचुनाव में लेफ्ट फ्रंट ने 22 सीटें अपने नाम की हैं. वहीं बीजेपी केवल पांच सीटें ही जीत पाई है. इस तरह लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से हारने के बाद लेफ्ट फ्रंट ने केरल में वापसी के संकेत दे दिए हैं. लोकसभा चुनाव में लेफ्ट फ्रंट केरल की 20 लोकसभा सीटों में मात्र एक सीट जीत पाया था.
कांग्रेस समर्थित यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने इन उपचुनावों में 44 में से 17 सीटें जीतीं. उपचुनाव 33 ग्राम पंचायतों, छह ब्लॉक पंचायतों और पांच नगरपालिका वार्डों में हुए.
केरल के निकाय चुनावों की अगर बात करें तो इनमें हमेशा से लेफ्ट फ्रंट कांग्रेस से आगे रहा है. 2015 के निकाय चुनावों में लेफ्ट फ्रंट ने 941 ग्राम पंचायतों में से 549, 152 ब्लॉक पंचायतों में 90, 14 जिला पंचायतों में सात, 87 नगरपालिकाओं में 44 और छह कॉरपोरेशन में से चार पर जीत हासिल की थी.
इस बार के उपचुनाव में लेफ्ट फ्रंट ने यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट से छह निकाय वार्ड जीते हैं, हालांकि सात गंवाए भी हैं. कोल्लम जिले के चार वार्ड जहां पर उपचुनाव हुआ, उनमें से तीन लेफ्ट फ्रंट के नाम रहे. पत्थनमिट्टा और कोझीकोड़ जिले में लेफ्ट फ्रंट ने सभी वार्ड्स अपने नाम किए. ये सभी वार्ड उपचुनाव से पहले भी लेफ्ट फ्रंट के पास थे.
कोट्यम और थिरुवनंतपुरम जिलों में बढ़त हासिल करने के साथ-साथ यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने थिरसुर जिले के सभी वार्ड्स अपने नाम किए. वहीं अलफूजा जिले में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट से एक नगरपालिका वार्ड जीतने के अलावा बीजेपी ने पलक्कड़ जिले के सभी वार्ड्स अपने पास बनाए रखे.