जेएनयू हमले का विरोध कर रहे लोगों को गेटवे ऑफ इंडिया से हटाया
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले का विरोध कर रहे लोगों को मंगलवार सुबह गेटवे ऑफ इंडिया से आजाद मैदान ले जाया गया है. प्रशासन का कहना है कि सड़क जाम होने की वजह से आम लोगों और पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों से जाने की अपील की थी लेकिन वे माने नहीं, इसलिए उन्हें आजाद मैदान ले जाया गया.
हाथों में टैम्बोरिन और गिटार लिए और क्रांति के गीत गाते लोगों ने गेटवे ऑफ इंडिया और ताज महल पैलेस होटल के बाहर रातभर प्रदर्शन किया था.
रविवार आधी रात को दक्षिण मुम्बई के कोलाबा में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने बड़ी संख्या में छात्रों और महिलाओं सहित बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे. बाद में अनुराग कश्यप, स्वरा भास्कर और विशाल ददलानी जैसी बॉलीवुड हस्तियां भी यहां पहुंची.
जेएनयू परिसर में रविवार रात लाठियों और लोहे की छड़ों से लैस नकाबपोश लोगों ने परिसर में प्रवेश कर छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था.
गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान ‘हम देखेंगे’, ‘हम होंगे कामयाब’ , ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ जैसे गीत गूंजे.
आईआईटी बॉम्बे, टीआईएसएस और एएसएफआई के छात्रों समेत कई छात्र संगठनों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारे भी लगाए.
प्रदर्शन स्थल पर भारी पुलिस की तैनाती की गई थी और विरोध कर रहे लोगों के लिए पानी, चाय, बिस्कुट और फल दिए गए. नागरिक निकायों ने शौचालय की व्यवस्था भी की.