उरुग्वे: राष्ट्रपति चुनाव के प्रथम चरण में सत्तारूढ़ ब्रॉड फ्रंट के डेनियल मार्टीन आगे रहे
उरुग्वे में राष्ट्रपति चुनाव के प्रथम चरण में कोई भी उम्मीदवार जरूरी बहुमत हासिल करने में नाकामयाब रहा. प्रथम चरण के परिणामों की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ ब्रॉड फ्रंट गठबंधन के डेनियल मार्टीन और विपक्ष के लुईस लैसेल पो दो प्रमुख उम्मीदवार रहे.
दोनों ही उम्मीदवार अब 24 नवंबर को निर्णायक या अंतिम चरण में एक दूसरे के सामने होंगे.
प्रथम चरण के नतीजों के मुताबिक मार्टीन 38 फीसदी मतों के साथ सबसे आगे रहे, वहीं पूर्व सेनेटर लैसेल पो 30 फीसदी मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
एक अन्य पार्टी के उम्मीदवार अर्थशास्त्री अर्नेस्टो तलवी 13 फीसदी मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. इसके अलावा आर्मी के पूर्व कमांडर इन चीफ गुईदो मेनिनि रियोस 10 फीसदी मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे.
दक्षिण अमेरिका के इस छोटे से देश में साल 2005 से वामपंथी ब्रॉड फ्रंट गठबंधन की सरकार है. अब तक देश में सरकार की उपलब्धि रही है कि उन्होंने समलैंगिक विवाह को वैध किया है और विश्व के पहले वैध मरिजुआना बाजार को विकसित किया है.
उरुग्वे के पड़ोसी देशों इक्वाडोर, बोलिविया, चिली और पेरू में विरोध प्रदर्शनों और सामाजिक उथल-पथल का सामना कर रहे हैं, ऐसे में इन परिस्थितियों में रविवार को दोनों ही प्रमुख उम्मीदवारों ने उरुग्वे के लोकतंत्र को स्थिर बनाए रखने पर जोर दिया.
आर्थिक विकास की सुस्त रफ्तार और बढ़ती असुरक्षा जैसे मुद्दों के आस-पास विपक्षियों ने सरकार के खिलाफ प्रचार किया. हालांकि ब्रॉड फ्रंट सरकार के काम पर नजर डालें तो उरुग्वे ने आर्थिक मोर्च पर अच्छा प्रदर्शन किया है. गरीबी कम होकर 8.1 फीसदी हो गई है, इसके अलावा सरकार द्वारा समलैंगिक विवाह, गर्भपात, और फार्मेसी में मरिजुआना की बिक्री को वैधता प्रदान करने के चलते उरुग्वे क्षेत्र में अग्रणी देश के रूप में उभरा है.