फर्जी खबर और इंटरनेट धोखाधड़ी में पहले स्थान पर भारत
भारत में फर्जी खबर और इंटरनेट पर होनेवाली धोखाधड़ी दुनियाभर में सबसे अधिक है.
माइक्रोसॉक्ट की ओर से किए गए एक सर्वे में पता चला कि 64 फीसदी भारतीय फर्जी खबरों के चपेट में हैं. जबकि वैश्विक औसत 57 फीसदी है.
वहीं भारत में 54 फीसदी लोग इंटरनेट पर धोखाधड़ी के शिकार होते हैं. दुनियाभर का औसत 50 फीसदी है.
अंग्रेजी वेब पोर्टल इवनिंग स्टैंण्डर्ड के मुताबिक इंटरनेट पर फैली अफवाह की वजह से भारत में साल 2018 में 40 से अधिक लोगों को पीट-पीटकर मार डाला गया.
ह्वाट्स एप पर बच्चों को चुराने की अफवाह फैलने के बाद भीड़ की ओर से पीट-पीटकर मारने की कई घटनाएं सामने आईं हैं. जिसके बाद ह्वाट्स एप ने संदेश को फॉरवार्ड करने की संख्या को सीमित कर दिया है.
माइक्रोसॉक्ट की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए करीब 29 फीसदी लोगों को जोखिम उठाना पड़ता है. यह वैश्विक दर से एक फीसदी अधिक है.
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