विश्व खुशहाली इंडेक्स में भारत सात स्थान फिसला


gender pay gap, caste discrimination in indian job market: oxfam report

 

विश्व खुशहाली इंडेक्स में भारत पिछले साल के मुकाबले सात स्थान नीचे खिसक आया है. संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट में भारत का स्थान 140वां है. इस सूची में भारत का पड़ोसी पाकिस्तान भारत से ऊपर है. फिनलैंड इस मामले में लगातार दूसरे साल पहले स्थान पर रहा.संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क ने यह रिपोर्ट जारी की है.

संयुक्त राष्ट्र की ये सूची 6 कारकों पर तय की जाती है. इसमें आय, स्वस्थ्य, जीवन प्रत्याशा, सामाजिक सपोर्ट, आजादी, विश्वास और उदारता शामिल हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में सारी दुनिया में खुशहाली में गिरावट आई है, जो ज्यादातर भारत में निरंतर गिरावट से बढ़ी है. भारत 2018 में इस मामले में 133 वें स्थान पर था जबकि इस वर्ष 140 वें स्थान पर रहा था.

यह संयुक्त राष्ट्र की सातवीं वार्षिक विश्व खुशहाली रिपोर्ट थी. इसमें दुनिया के 156 देशों को इस आधार पर रैंक किया गया कि उसके नागरिक खुद को कितना खुश महसूस करते हैं. इसमें इस बात पर भी गौर किया गया है कि चिंता, उदासी और क्रोध सहित नकारात्मक भावनाओं में वृद्धि हुई है.

फिनलैंड को लगातार दूसरे वर्ष दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है. उसके बाद डेनमार्क, नॉर्वे, आइसलैंड और नीदरलैंड का स्थान है.

रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान 67 वें, बांग्लादेश 125 वें और चीन 93 वें स्थान पर है.

युद्धग्रस्त दक्षिण सूडान के लोग अपने जीवन से सबसे अधिक नाखुश हैं, इसके बाद मध्य अफ्रीकी गणराज्य (155), अफगानिस्तान (154), तंजानिया (153) और रवांडा (152) हैं.

दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक होने के बावजूद, अमेरिका खुशहाली के मामले में 19 वें स्थान पर है.


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