विश्व कप में सबसे संतुलित नजर आ रही है भारतीय टीम
क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम संतुलित और सधी हुई नजर आ रही है. अगर भारतीय टीम यह प्रतियोगिता जीत जाती है तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा. इस बार क्रिकेट विश्व कप इंग्लैंड में हो रहा है और भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ियों के पास यहां की परिस्थितियों में खेलने का अच्छा खासा अनुभव है.
1992 के बाद इस बार विश्व कप राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला जाएगा. मतलब इस बार एक टीम को ग्रुप में मैच ना खेलकर सभी टीमों से मैच खेलने होंगे और फिर शीर्ष की चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेगी. इस फॉर्मेट में टीमों की स्किल और अनुभव को तवज्जो मिलती है. इस हिसाब से भारत की स्थित बहुत मजबूत है.
सबसे पहले नजर अनुभव पर डालते हैं. लाइव मिंट में प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार विश्व कप में खेल रहे 150 खिलाड़ियों में से एक तिहाई ने इंग्लैंड में एक भी एकदिवसीय मैच नहीं खेला है. वहीं दूसरी तरफ जिन 39 खिलाड़ियों ने जहां भी 100 से ज्यादा एकदिवसीय मैच खेले हैं, उनमें से 6 भारतीय हैं. यह संख्या दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों के बराबर है. इस हिसाब से देखा जाए तो भारतीय टीम के पास 105 मैचों का अनुभव है. इसके बाद इंग्लैंड का स्थान आता है, जिसके पास 80 मैचों का अनुभव है.
अनुभवी खिलाड़ियों का एक दूसरा पक्ष भी है. वो यह है कि इससे टीम फील्ड में सुस्त हो जाती है. हालांकि, भारतीय टीम के साथ ऐसा नहीं है. भारतीय टीम की औसत उम्र 29.5 साल है. जो दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से बस थोड़ी सी ही कम है. भारत के सात खिलाड़ियों की उम्र 30 वर्ष से अधिक है और अगर रोहित शर्मा को छोड़ दें तो बाकी सब फील्ड में चुस्त हैं.
बल्लेबाजी की अगर बात करें तो भारतीय टीम इस क्षेत्र में बहुत मजबूत नजर आती है. भारत के शुरुआती छह बल्लेबाजों, जिनमें विकेटकीपर भी शामिल है, ने मिलकर 44 के औसत और 87 के स्ट्राइक रेट से 6,385 रन बनाए हैं. बल्लेबाजी के क्षेत्र में इंग्लैंड की टीम ने भी शानदार प्रदर्शन किया है. इंग्लैंड ऐसी अकेली टीम है जिसके शुरुआती छह बल्लेबाजों ने लगातार 100 से अधिक स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. पाकिस्तान के इमाम उल हक, फखर जमां और बाबर आजम ने 50 से अधिक औसत से रन बनाए हैं.
गेंदबाजी के क्षेत्र में भारत के पास तेज और फिरकी आक्रमण का उचित मिश्रण है. यह आक्रमण गेंदबाजी के तीनों पहलुओं पर अच्छा करता हुआ नजर आ रहा है. इसका औसत 115 का और इकॉनमी 4.8 की है. विकेट चटकाने में दक्षिण अफ्रीका सबसे प्रबल है. इसके बाद अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया का स्थान है.