इंडोनेशिया: 55 फीसदी वोट के साथ जोको विडोडो बड़ी जीत की ओर


indonesia biggest ever election underway

  जोको विडोडो और मारूफ आमीन

विश्व के तीसरे सबसे बड़े लोकतंत्र इंडोनेशिया में जोको विडोडो का जीतना लगभग तय हो गया है. क्विक काउंट्स के अनुसार जोको विडोडो 55 फीसदी वोट के साथ अपने प्रतिद्वंदी प्रोबोवो सुबिआंतो से नौ फीसदी प्वाइंट की बढ़त बनाए हुए हैं.

इंडोनेशिया के इतिहास में यह पहली बार है जब राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और संसदीय चुनाव एक ही दिन कराए गए.

चुनावों के लिए करीब 19 करोड़ 30 लाख मतदाताओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया. चुनाव प्रक्रिया के लिए देश भर में करीब आठ लाख मतदाता केंद्र बनाए गए थे.

इंडोनेशिया के समयानुसार, सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुए थे, जो दोपहर 1 बजे तक चले.

इंडोनेशिया में सैकड़ों जातीय समूह हैं और यहां अनेकों भाषाएं बोली जाती हैं. यह मुस्लिम-बहुल जनसंख्या वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश है.

करीब 17 हजार से ज्यादा द्वीपों के साथ यहां 26 करोड़ की जनसंख्या है. ये तमाम ऐसी बातें हैं जो इंडोनेशिया में चुनाव प्रक्रिया को काफी जटिल बना देती हैं. इसके लिए आयोग को व्यापक स्तर पर तैयारियां करनी होती हैं.

फर्नीचर सेल्समैन से राष्ट्रपति बने विडोडो को चुनाव में पूर्व सेना प्रमुख प्राबोवो सुबिआंतो ने चुनौती दी. 2014 के चुनाव में भी विडोडो ने प्राबोवो को ही शिकस्त दी थी.

इसके अलावा खबरों के मुताबिक, चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुख नेता फेक न्यूज, पहचान की राजनीति और धर्म के आधार पर बढ़त बनाने से भी पीछे नहीं हटे. ओपीनियन पोल ने भी जोको ने विपक्षी प्रतिद्वंदियों पर बढ़त बनाए हुए दिखाया था.

अब तक की तस्वीर बताती है कि जोको एक ओर जहां अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान लोगों में ढांचागत विकास और सामाजिक कल्याण के लिए समर्पित राष्ट्रपति की छवि बनाने में सफल रहे हैं. वहीं, इस दौरान उन्हें भ्रष्टाचार, मानवाधिकार उल्लंघन, राज्य संस्थानों का अपने हित में इस्तेमाल करने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.

जानकारी के मुताबिक निर्वाचन आयोग आधिकारिक तौर पर मई में परिणामों की घोषणा करेगा.


Big News