औद्योगिक उत्पादन के क्षेत्र में 0.5 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज


industrial output decreases by 0.3 percent in December 2019

 

विनिर्माण क्षेत्र कमजोर पड़ने से नवंबर माह में औद्योगिक उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है. विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि दर 0.5 प्रतिशत घटकर पिछले 17 माह के न्यूनतम स्तर पर आ गई है.

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर माह में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) की वृद्धि दर नीचे आई है. इसकी वजह विनिर्माण क्षेत्र विशेष रूप से उपभोक्ता और पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन घटना है.

एक साल पहले नवंबर, 2017 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 8.5 प्रतिशत थी. इससे पहले जून, 2017 में औद्योगिक उत्पादन में 0.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी.

सीएसओ आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर, 2018 में औद्योगिक उत्पादन 8.1 प्रतिशत से बढ़कर 8.4 प्रतिशत हो गई थी.

चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से नवंबर के बीच औद्योगिक उत्पादन की औसत वृद्धि दर 5 प्रतिशत रही है. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3.2 प्रतिशत रही थी.

औद्योगिक उत्पादन में 77.63 प्रतिशत का हिस्सा रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन नवंबर में 0.4 प्रतिशत घटा है. एक साल पहले इसी महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 10.4 प्रतिशत बढ़ा था.

क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री डी के जोशी के मुताबिक आईआईपी में गिरावट विनिर्माण क्षेत्र में से गिरावट रही है. अक्टूबर की तुलना में बिजली क्षेत्र की वृद्धि आधी रह गई है.

विनिर्माण क्षेत्र के भीतर कई क्षेत्र जैसे कि पूंजीगत सामान, मध्यवर्ती और उपभोक्ता सामान क्षेत्र के उत्पादन में भी गिरावट आई है.

जोशी के अनुसार पिछले साल नवंबर महीने मे विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर्ज की गई थी. खनन क्षेत्र का उत्पादन नवंबर में 2.7 प्रतिशत बढ़ा, जबकि नवंबर, 2017 में क्षेत्र की वृद्धि दर 1.4 प्रतिशत रही थी.

बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इस महीने में 3.9 प्रतिशत रही थी. वहीं पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन नवंबर में 3.4 प्रतिशत घट गया, जबकि नवंबर 2017 में यह 3.7 प्रतिशत बढ़ा था.

टिकाऊ उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन भी नवंबर में 0.9 प्रतिशत घट गया. एक साल पहले इसी महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 3.1 प्रतिशत बढ़ा था. गैर टिकाऊ क्षेत्र का उत्पादन नवंबर में 0.6 प्रतिशत घटा, जबकि एक साल यह 23.7 प्रतिशत बढ़ा था.

उद्योग में विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों में से 10 का उत्पादन नवंबर में बढ़ा. केयर रेटिंग्स ने कहा कि आगामी महीनों में भी औद्योगिक उत्पादन की दिशा विनिर्माण क्षेत्र से ही तय होगी. हालांकि, प्रतिकूल आधार प्रभाव की वजह से इस पर दबाव रहेगा.

इस्तमाल होने वाली चीजों के हिसाब से पिछले साल के नवंबर महीने की तुलना में इस साल प्राथमिक वस्तुओं की वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत रही. मध्यवर्ती वस्तुओं की वृद्धि दर में 4.5 प्रतिशत की कमी रही. वहीं बुनियादी ढांचा-निर्माण वस्तुओं की वृद्धि दर पांच प्रतिशत रही.


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