JNUSU की मानव संसाधन विकास मंत्रालय से बढ़ी फीस का फैसला वापस लेने की अपील


JNUSU appeals to MHRD to resolve crisis and help students

 

बढ़ी फीस के खिलाफ संसद तक शांतिपूर्ण मार्च निकाल रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों का समूह कल पुलिस द्वारा सफदरजंग मकबरा के पास रोक दिया गया. जेएनयूएसयू ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव को सौंपे ज्ञापन में मंत्रालय से बढ़ी फीस के फैसले को वापस लेने की अपील की. ज्ञापन में कहा गया है कि विश्वविद्यालय छात्रों का एक बड़ा हिस्सा बढ़ी हुई फीस देने में असमर्थ है.

कल जेएनयू कैंपस से संसद की ओर बढ़ रहे छात्रों को पुलिस ने कैंपस के पास बैरिकेड से रोकने की कोशिश की लेकिन छात्र आईएनए से होते हुए जोर बाग पहुंचने में कामयाब रहे. इस दौरान छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया.

लाठीचार्ज में छात्र घायल हो गए जबकि छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत करीब 100 जेएनयू छात्रों को हिरासत में ले लिया गया.

इस दौरान कई छात्रों को गंभीर चोटे आई. इस बारे में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि छात्रों ने बैरिकेट तोड़ने के दौरान ही खुद को चौट पहुंचाई.

उन्होंने लाठीचार्ज से साफ इनकार करते हुए कहा कि ‘विरोध के दौरान लाठीचार्ज नहीं किया गया और मार्च को उचित तरीके से संभालने की कोशिश की गई. मौके पर पुलिस के 15 वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.’

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेएनयू छात्र संघ के स्टूडेंट काउंसलर शशि भूषण, जेएनयू के पूर्व छात्र संदीप के लुइस, न्यूज क्लिक के रिपोर्टर, बीए के छात्र सुधांशु राज समेत कई अन्य को पुलिस कार्रवाई में गंभीर चोटे आई हैं.


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