जोफ़्रा आर्चर: इंग्लिश टीम में तेज गेंदबाजी की एक नई शुरुआत


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जिस तरह इंग्लिश तेज गेंदबाज जोफ़्रा आर्चर ने अपने टेस्ट करियर की शुरूआत की है वो कहीं न कहीं इंग्लैण्ड के लिए बहुत अच्छे संकेत हैं. हालांकि इंग्लैण्ड और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा एशेज टेस्ट ड्रॉ पर छूटा, लेकिन जोफ़्रा आर्चर ने अपनी घातक गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया.

आर्चर ने शुरू से आखिर तक अपनी गेंदबाजी की रफ़्तार कम नहीं होने दी, आर्चर की दो गेंदों ने पूरे मैच में सुर्खियां बटोरी, ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान स्टीव स्मिथ की गर्दन पर लगी आर्चर की 147 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार की गेंद इतनी घातक थी कि स्मिथ को बीच मैच में मैदान से बाहर जाना पड़ा.

इसके बाद स्टीव स्मिथ की जगह मार्नस लैबुसकाग्ने को बुलाया गया, लेकिन जोफ़्रा आर्चर की रफ़्तार का कहर यहीं कहां रुकने वाला था. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में जोफ़्रा आर्चर 147 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से आई एक और बाउंसर स्मिथ के स्थानापन्न के तौर पर खेलने आए मार्नस लैबुसकाग्ने के हैल्मेट पर लगी जिससे लैबुसकाग्ने काफी परेशान नज़र आए.

ऑस्ट्रेलिया ने एशेज में 1-0 की अपनी बढ़त बरकरार रखी है, लेकिन 0-1 से पिछड़ने के बाद भी इंग्लिश कप्तान जो रूट को ये विश्वास है कि जोफ़्रा आर्चर की गेंदबाजी से टीम में एक संतोष पैदा हुआ है. रूट का कहना है कि सीरीज़ के नतीजे के बारे में अभी से कुछ भी अंदाजा लगाना गलत होगा क्योंकि इंग्लिश टीम कभी भी सीरीज में वापसी कर सकती है.

आगे रूट ने आर्चर की तारीफ करते हुए कहा कि “जोफ़्रा आर्चर के आने से टीम के मनोबल पर काफ़ी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और उसने टीम की गेंदबाजी में एक अलग ही ऊर्जा पैदा की है जो कि एशेज के बचे हुए हिस्से में इंग्लैण्ड के लिए बहुत फ़ायदेमंद साबित होगी.”

जोफ़्रा आर्चर की शानदारी गेंदबाजी और कप्तान रूट के इस विश्वास के बाद देखना ये है कि क्या जोफ़्रा आर्चर अपनी इस रफ़्तार और निरंतरता को बरकरार रख सीनियर गेंदबाज एंडरसन और ब्रॉड की विरासत को सफ़लता से आगे ले जा पाते हैं ये या नहीं.


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