पीडीपी, एनसी और कांग्रेस की मंशा पर पानी फिरा


on alliance for forming new government in kashmir

 

जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने की पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की मंशा पर पानी फिर गया है. इन तीनों दलों की तरफ से बुधवार को महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का इरादा जताया था. इस बारे में राज्यपाल को पत्र लिखा. उसके कुछ ही घंटों बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अचानक राज्य विधान सभा भंग करने का एलान कर दिया. इसके पहले छह महीने से जम्मू कश्मीर की सत्ता राज्यपाल के हाथों में थी.

सूत्रों के मुताबिक पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती चाहती थीं की नेशनल कांफ्रेंस के फारूख अब्दुल्ला गठबंधन को लीड करें.

राज्यपाल ने विधानसभा भंग करने के अपने फैसले पर कहा, “विपरीत राजनीतिक विचारधारा वाले पार्टियों के एक साथ मिलकर स्थायी सरकार बनाना असंभव है.”

फिलहाल कश्मीर विधानसभा में पीडीपी के पास 28, नेशनल कांफ्रेस के 15 और कांग्रेस के 12 विधायक थे. 87 सीट वाले जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 44 सीटों की जरूरत थी. तीनों पार्टी के साथ आने पर यह संख्य़ा 55 हो जाती.

इसके पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था, “हम पार्टियों का यह कहना था कि क्यों ना हम इकट्ठे हो जाए और सरकार बनाए. अभी वो स्टेज सरकार बनने वाली नहीं है, एक सुझाव के तौर पर बातचीत चल रही है.”

मगर राज्यपाल ने इन दलों की इच्छा पूरी नहीं होने दी. महबूबा सरकार के अल्पमत में आने के बाद से राज्य में राज्यपाल का शासन है. जून महीने में बीजेपी ने महबूबा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था.

महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विट करके राज्यपाल को पत्र लिखा था जिसमें फैक्स या फोन से संपर्क नहीं हो पाने की बात कही गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनके पास 56 विधायकों का समर्थन है.

उमर अबदुल्ला ने राज्यपाल के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, “कैसे हमारा गठबंधन अपवित्र हो गया. लेकिन बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन अपवित्र नहीं था. क्या बीजेपी और पीडीपी के विचारों में एनसी, पीडीपी और कांग्रेस से कम अंतर है.”

बीजेपी नेता राममधव ने कहा कि पीडीपी और एनसी ने सीमापार से निर्देश मिलने की वजह से पिछले महीने हुए स्थानीय निकाय चुनाव में हिस्सा नहीं लिया. अबकी बार हो सकता है कि उन्हें साथ मिलकर सरकार बनाने का को कहा गया हो.

राममाधव के इस बयान पर एनसी नेता उमर अबदुल्ला ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्विट में कहा, “मैं राममाधव जी को आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं. आपके पास रॉ, एनआईबी, आईबी (आपका तोता सीबीआई भी) आपके पास है. तो लोगों के पास सच्चाई सामने लाइए. या तो इसे साबित कीजिए या माफी मांगिए.”


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