सोशल मीडिया से सड़क तक ‘किसान मुक्ति मार्च’ को समर्थन


 

दिल्ली में हो रहे ‘किसान मुक्ति मार्च’ को आम आदमी का समर्थन मिल रहा है. विभिन्न स्त्रोतों से मिली जानकारी के मुताबिक बड़ी संख्या में छात्र और पेशेवर लोग किसानों की मदद के लिए मेडिकल, पानी, खाने-पीने के सामान के साथ पहुंच रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग किसानों की मांग को सही ठहरा रहे हैं. ट्विटर पर #FarmerMarch(फार्मर मार्च),  Ramlila Maidan(रामलीला मैदान)  #Farmer Protest(फार्मर प्रोटेस्ट) ट्रेंड कर रहा है. दिल्ली में #KisanMuktiMarch टॉप ट्रेंड पर है.  किसान मुक्ति मार्च के दूसरे दिन किसान रामलीला मैदान से संसद मार्च कर रहे हैं.

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के बैनर तले देशभर से किसान कर्ज माफी और फसल के उचित मूल्य की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जुटे हैं. किसान 28 की शाम से दिल्ली पहुंचने लगे थे.  मार्च के दूसरे दिन किसानों का जत्था रामलीला मैदान से संसद के लिए निकला है.

19 सितंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ‘कृषि संकट तथा संबंधित मुद्दों पर संसद का विशेष संयुक्त सत्र बुलाने का निवेदन’ शीर्षक से लिखे पत्र में ‘नेशन फॉर फार्मर’ ने राष्ट्रपति से मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी.

पत्र में लिखा है, देश भर के लगभग 200 किसान संगठन तथा हमारे देश के लाखों किसानों, मजदूरों और खेत मजदूरों का प्रतिनिधित्व कर रही अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति जो कि उनके रोजगार को बचाने की लड़ाई लड़ रही है, ने दिल्ली तक तीन दिवसीय किसान मुक्ति मार्च आयोजित रही है. हम आपसे निवदेन करते हैं कि आप उनकी 21 दिनों का संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग को स्वीकार करने का कष्ट करें. यह विशेष सत्र पूरी तरह से कृषि संकट तथा उससे संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए होगा.”

किसानों के समर्थन में कलाकार, लेखक, रंगकर्मी भी सामने आए हैं.

किसान नेताओं के मुताबिक आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों से किसान मार्च में शामिल हो रहे हैं.  ये किसान दिल्ली के चार अलग रास्तों निजामुद्दिन, सब्जी मंडी स्टेशन, आनंद विहार टर्मिनल और मजनूं का टिला से मार्च करेंगे. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आम लोगों को जाम से बचने  के लिए एडवाईजरी जारी की है. वहीं कुछ जगहों पर मेट्रो की सेवा तकनीकी कारणों से बाधित होने की खबर है.

 

किसान मार्च के समर्थन में एक पर्चा जारी किया गया है जिसके मुताबिक किसान संसद में विशेष अधिवेशन की मांग कर रहे हैं. इनमें फसलों के उचित दाम की गारंटी और किसानों को कर्ज मुक्त करने का कानून पास करवाने की मांग शामिल है.

किसानों की सभा को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस से दिनेश त्रिवेदी, राजद से जयप्रकाश यादव, लोकतांत्रिक जनता दल से शरद यादव, सीपीआई से डी रजा, सीपीएम से सीताराम येचुरी, नेशनल कांफ्रेस से फारूख अब्दुल्ला संबोधित करेंगे. कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल हो रहे हैं. वह जंतर मंतर पर पहुंच चुके हैं. पहले खबर आई थी कि राहुल गांधी चुनाव प्रचार की वजह से मार्च में शामिल नहीं हो पाएंगे.

मार्च के समर्थन में सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता से लेकर आमलोग ट्वीट कर रहे हैं. सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने लिखा, “अगर आप किसान नहीं हैं फिर भी हमसे जुड़िए. जो हाथ हमारा पेट भरते हैं उनसे जुड़िए. जय किसान!

मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने लिखा, “सरकार की धोखेबाजी की वजह से पिछले 15 साल में तीन लाख किसान आत्महत्या  करने को मजबूर हुए हैं. आज पूरे भारत से एक लाख किसान सही दाम और कर्ज मुक्ति के लिए दिल्ली जुट रहे हैं. आइए उनका समर्थन कीजिए.”

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा किसानों के समर्थन में 29 नवंबर की शाम दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचे. उन्होंने कहा, ‘‘कोई सरकार किसानों के (समर्थन) बिना नहीं चल सकती है. केन्द्र सरकार को उनकी मांगें सुननी चाहिए. इस देश के किसान जाग चुके हैं और उन्हें बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता.’’


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