मप्र डायरी: दीपिका के जेएनयू जाने पर नेता प्रतिपक्ष का ऐतराज
मध्य प्रदेश में जब से कांग्रेस ने सत्ता संभाली है बीजेपी नेताओं ने अलग-अलग मुद्दों पर जहरीले बुझे शब्दों से वार किए हैं. कांग्रेस ने भी पलटवार किया है.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव हमेशा ही विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहे हैं मगर इस बार उन्होंने बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के जेएनयू पहुंचने पर बयान दे कर विवाद को जन्म दे दिया.
भार्गव ने दीपिका पादुकोण का नाम लिए बगैर ही कहा कि हिरोइन को तो अपना डांस करना चाहिए मुंबई में बैठ कर. जेएनयू में क्यों जाना चाहिए था उसको?
भार्गव ने कहा कि मेरी समझ में नहीं आ रहा, इस प्रकार के दर्जनों लोग हो गए हैं जो एक्टिविस्ट आर्टिस्ट कहलाते हैं.
कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने इस बयान पर जवाब भी दिया. सलूजा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का बयान शर्मनाक है. उनको यह भी बताना चाहिए कि बीजेपी से जुड़ी फ़िल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी, किरण खेर, स्मृति ईरानी को लेकर भी उनके विचार यही हैं क्या? जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश की पूर्व की बीजेपी सरकार ने तो लाखों रुपए देकर अभिनेत्री हेमा मालिनी और उनकी पुत्री का भी नृत्य प्रदेश में विभिन्न आयोजनो में करवाया था. तब उनके यह विचार कहा थे?
सलूजा ने प्रत्युत्तर से इतर इस ‘हल्के’ बयान के बाद भार्गव के खाते में एक और विवाद दर्ज जरूर हुआ. इसके आगे इस बयान ने कोई महत्व नहीं रखा.
शराब पर बीजेपी-कांग्रेस में जुबानी जंग
सरकार के कामकाज को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का अब अधिक तल्ख होता जा रहा है.
ताजा मामले में शराब की दुकानें खोलने के लिए बनाए गए नए स्लैब का बीजेपी विरोध कर रही है. इस मामले में मोर्चा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने संभाला हुआ है.
शिवराज ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिया तो बीजेपी के आरोपों का विधि एवं जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और सामान्य प्रशासन एवं सहकारिता मंत्री गोविन्द सिंह ने जवाब देते हुए बताया कि बीजेपी सरकार में नई शराब दुकानें खुली थीं, कमलनाथ सरकार ने एक वर्ष में एक भी नई शराब दुकान नहीं खोली है.
स्वयं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ने शिवराज को पत्र का उत्तर दिया. कमलनाथ ने शिवराज को लिखे पत्र में कहा कि आपके राज में शराब की नई दुकानें नहीं खुलीं यह दावा गलत है. 2003-2004 में देशी मदिरा की दुकानें 2221 थीं जो बढ़कर 2770 हो गयी हैं, इसी तरह विदेशी शराब की दुकानें भी 581 से बढ़कर 916 हो गयी थीं। कमलनाथ ने कहा कि आपने लिखा कि नए आदेश से 2000 से 2500 नई दुकानें खुलेंगी, जबकि उप दुकान नई दुकान नहीं है इसलिए जनता में भ्रम फैलाने की बजाय आप प्रदेश के विकास में सहयोग दें. नीति में बदलाव अवैध व्यापार करने वाले शराब ठेकेदारों पर अंकुश लगाएगा.
सीएए पर समर्थन जुटाने के लिए भा रहा है मध्य प्रदेश
नागरिकता कानून (सीएए) पर समर्थन जुटाने के लिए आरएसएस और बीजेपी के लिए मध्य प्रदेश पसंदीदा जगह बनता रहा है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की 5 दिवसीय बैठक इंदौर में हुई और यहीं तय किया कि संघ सीएए के समर्थन में जनमत जुटाएगा.
संघ का मानना है कि सीएए पर समर्थन जुटाने के बहाने हिन्दुओं को एकजुट किया जा सकेगा. बीजेपी और संघ कार्यकर्ताओं को अलग-अलग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं.
रविवार को जबलपुर और इंदौर में बड़े आयोजन कर ताकत दिखाने की कोशिश की गई. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रविवार को जबलपुर पहुंचे. उन्होंने भी प्रतिरोध को यह कहते हुए भयभीत करने का प्रयत्न किया कि सीएए का विरोध बहुमत का विरोध होगा और जो विरोध करेगा वह दल खत्म हो जाएगा.