ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से किया इनकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 15 जून को होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
ममता ने कहा कि एक संस्था के तौर पर यह ‘‘निष्फल’’ है क्योंकि राज्य की योजनाओं में मदद के लिये इसके पास कोई वित्तीय शक्तियां नहीं हैं.
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘यह तथ्य है कि नीति आयोग के पास ना तो कोई वित्तीय शक्तियां हैं और ना ही राज्य की योजनाओं में मदद के लिये उसके पास शक्ति है. ऐसे में किसी भी प्रकार की वित्तीय शक्तियों से वंचित संस्था की बैठक में शामिल होना मेरे लिये निरर्थक है.’’
अधिकारियों ने बताया कि इस मीटिंग का मुख्य एजेंडा सूखा प्रभावित क्षेत्रों में कृषि, जल प्रबंधन और राष्ट्रीय सुरक्षा होगा. गवर्निंग काउंसिल की यह पांचवी बैठक है. पहली फरवरी 2015 में हुई थी जब थिंक टैंक की जगह योजना आयोग ने ली थी.
इससे पहले भी ममता कई बार नीति निर्माता थिंक-टैंक की बैठकों में शामिल नहीं हुई थीं और योजना आयोग को भंग कर नए ढांचे के निर्माण को लेकर अपनी नाखुशी जाहिर कर चुकी हैं.
मोदी 15 जून को नीति आयोग के संचालन परिषद की पांचवीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे और देश के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे.