मनोहर पर्रिकर अस्पताल में भर्ती


Manohar Parrikar hospitalised in gmch

 

पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को शनिवार रात गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है.

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘‘माननीय मुख्यमंत्री को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था. उनकी सेहत स्थिर बनी हुई है.’’ उन्होंने कहा कि फिलहाल पर्रिकर को करीब 48 घंटे डॉक्टरों की देखरेख में रखा जाएगा.

जीएमसीएच के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

63 वर्षीय पर्रिकर बीते एक साल से पैंक्रियाज संबंधी बीमारी से पीड़ित चल रहे हैं. उनका उपचार अमेरिका में भी हो चुका है और वह कुछ दिन दिल्ली के एम्स में भी भर्ती रहे हैं.

राज्य स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे पर्रिकर का स्वास्थ्य जानने अस्पाताल पहुंचे. यहां उन्होंने बताया कि “मुख्यमंत्री का इलाज अलग से एक वार्ड में चल रहा है और उनकी तबियत लगातार स्थिर बनी हुई है. राणे ने कहा कि “मैंने उनसे बात की है. वो यहां केवल नियमित चेकअप के लिए आए थे, और कल अपने घर जाएंगे.”

इससे पहले गोवा सरकार के वरिष्ठ मंत्री विजय सरदेसाई ने मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की थी. सरदेसाई ने पर्रिकर को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखे जाने की खबरों को खारिज कर दिया है.

बीते साल फरवरी में हुए टेस्ट के बाद पर्रिकर को पैंक्रियाज से जुड़ी बीमारी का पता चला था. बीमारी का पता चलने के बाद 14 फरवरी को उनकी तबियत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें जीएमसीएच में एडमिट किया गया था. जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें मुंबई स्थित लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया.

गंभीर बीमारी से जूझ रहे, पर्रिकर 20 फरवरी, 2018 को राज्य बजट पेश करने गोवा वापस लौटे थे. जिसके तुरंत बाद पर्रिकर आगे के इलाज के लिए 3 मार्च, 2018 को यूएस गए. यूएस से इलाज कराने के बाद 14 जून को वापस लौटे थे.

इस दौरान पर्रिकर ने अपनी स्वास्थ्य परेशानियों के साथ राज्य का कार्यभार भी संभालते रहे और 19 जुलाई से 3 अगस्त तक वो गोवा मानसून सत्र में भी मौजूद रहे.

बीते साल 10 अगस्त को अपने चेकअप के लिए वो एक बार फिर यूएस गए. अपने चेकअप के बाद 22 अगस्त को पर्रिकर भारत लौटे. लौटने के बाद डोना पौला स्थित उनके निवास स्थान पर ही उन्हें सभी जरूरी मेडिकल सुविधाएं दी जाने लगीं.

15 सितंबर को एक बार फिर उन्हें स्वास्थ्य परेशानियों के चलते इलाज के लिए एम्स लाया गया. यहां करीब एक महीने तक चले इलाज के बाद उन्हें 14 अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी दी गई.

एम्स से वापस लौटे पर्रिकर ने करीब ढाई महीने के आराम के बाद एक बार फिर गोवा का कार्यभार संभाला. 2 जनवरी, 2019 को जब वो अपने ऑफिस पहुंचे तो यहां उन्हें देखकर सभी चौंके हुए थे. उनके खराब स्वास्थ्य का प्रभाव उनके शरीर पर साफ दिख रहा था.

27 जनवरी को राज्य में माण्डवी नदी पर बने पुल के उद्घाटन समारोह के दौरान भी वो मौजूद रहे. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी भी थे.

इसके बाद वो 29 जनवरी को गोवा बजट सत्र का हिस्सा रहे और राज्य का बजट पेश किया. बजट सत्र के अंतिम दिन ही उन्हें एक बार फिर इलाज के लिए एम्स, दिल्ली लाया गया. एम्स से उन्हें इस महीने की पांच तारीख को छुट्टी मिली.

9 फरवरी को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पर्रिकर ने अटल बूथ कार्यक्रम सम्मेलन को संबोधित किया था.

ऐसे में साफ है कि बीते एक साल से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे पर्रिकर पर लगातार अपना पद संभालने का दवाब बना हुआ है. हालांकि वो लगातार इन कयासों से इनकार करते रहे हैं.


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