#MeToo अभियान: एमजे अकबर ने दर्ज कराया बयान, अगली सुनवाई 20 मई को
पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर मानहानि के मामले में अदालत के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है. इस दौरान रमानी की वकील ने उनसे सवाल-जवाब भी किए.
अकबर यहां अतिरिक्त प्रमुख मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने पेश हुए थे. उन्होंने कहा कि उन पर रमानी द्वारा लगाए गए आरोप ‘दुर्भावनापूर्ण’ और ‘मानहानिकारक’ हैं.
रमानी की ओर से पेश हुई वरिष्ठ वकील रेबेका जॉन ने अकबर से कुछ सवाल पूछे. ये सवाल रमानी के ‘द एशियन एज’ में काम करने सहित कई अन्य बातों से जुड़े थे.
हालांकि ज्यादातर सवालों के जवाब में अकबर ने कहा, ‘‘मुझे याद नहीं.’’
अदालत में करीब दो घंटे तक सुनवाई चली.
रमानी ने ‘मी टू अभियान’ के तहत अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि यह घटना 20 साल पहले की है जब अकबर पत्रकार थे. हालांकि अकबर ने इस आरोप से इनकार किया है.
अकबर ने इसके बाद ही पिछले साल 17 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. अकबर ने रमानी के खिलाफ निजी तौर पर आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था.
अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 20 मई तय की है.