अब बिरयानी पर बहस!


mnc marks and spencer accused of cultural appropriation over biryani dish

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बिरयानी यूं तो भारतीय उपमहाद्वीप की डिश है, पर इसके दीवाने दुनियाभर में मौजूद हैं. फिर अगर इस डिश की रेसिपी में छेड़छाड़ की जाती है तो वो बिरयानी के दीवानों के लिए नाकाबिले बर्दाश्त है.

ताजा विवाद बिरयानी की रेसिपी से ही जुड़ा है.

लंदन स्थित मल्टी नेशनल कंपनी मार्क्स एंड स्पेंसर ने हाल ही में शकरकंद और चावल के साथ एक पैकेट बंद प्रोडक्ट मार्केट में बेचना शुरू किया है. इसे कंपनी ‘प्लांट किचन स्वीट पोटैटो बिरयानी’ नाम से बेच रही है. इसे कंपनी ने बिरयानी के साथ एक नए तरह के प्रयोग के तौर पर पेश किया है.

बिरयानी की पारंपरिक रेसिपी में किए गए बदलावों के लिए फिलहाल कंपनी को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी पर डिश को सांस्कृतिक तौर पर विकृत करने के आरोप लगे हैं. कंपनी पर खाने के जानकारों ने आरोप लगाए हैं कि बिरयानी के नाम पर गलत डिश परोसी जा रही है.

भारतीय खाने पर लिखने वाली लेखिका मौनिका गोवर्धन ने सोशल मीडिया के जरीए कंपनी पर पारंपरिक डिश में बदलाव करने के आरोप लगाए हैं.

मौनिका ने ट्वीट में कहा, “भारत में करीब 20 तरह की क्षेत्रीय बिरयानी मौजूद हैं, जो उस क्षेत्र विशेष की तकनीक और मसालों का इस्तेमाल करके बनाई जाती है”. उन्होंने कहा कि अगर आप डिश में कुछ नए प्रयोग कर रहे हैं, तो कम से कम उसकी आधारभूत साम्रगी में बदलाव न करें.

इस बिरयानी का दाम करीब 260 रूपये है. ‘प्लांट किचन स्वीट पोटैटो बिरयानी’ नाम की इस डिश को चावल, शकरकंद और भुना हुआ लाल मिर्च इस्तेमाल करके बनाया गया है. जबकि भारतीय बिरयानी में दो प्रमुख सामग्री होती है, चावल और मीट. तैयार होने के बाद बिरयानी को एक बरतन में परोसा जाता है.

खाने के जानकारों का मानना है कि कंपनी की ओर से बेची जाने वाली इस बिरयानी में पहली कमी है, मीट की जगह शकरकंद का इस्तेमाल किया जाना और दूसरी कमी है, बर्तन की जगह एक पैकेट में परोसा जाना.

एक खाने के जानकार ने कहा कि “एमएंडएस की कोशिश अच्छी है कि दुनिया में लोगों के सामने अलग-अलग तरह का खाना पेश कर रहे हैं, पर उन्हें कोशिश करनी चाहिए कि वो किसी खाने की पारंपरिक सामग्री में बदलाव न करें’.

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब किसी विक्रेता पर खाने की पारंपरिक रेसिपी के सांस्कृति विकृतिकरण के आरोप लगे हैं.

बीते साल जमैका की पारंपरिक डिश ‘जर्क राइस’ में छेड़छाड़ करने के लिए जामिया ओलिवर को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. वहीं, ऐसा ही विवाद तब खड़ा हुआ था, जब एक मांसाहारी डिश ‘कोर्निश पेस्ट्री’ को शाहाकारी डिश के तौर पर मार्केट में बेचा गया था.

बिरयानी पर गरमाए विवाद पर कड़ी आलोचना का सामना करी रही मार्क्स एंड स्पैंसर ने अपना पक्ष साफ कर दिया है. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, “एमएंडएस खाने में किए गए अपने प्रयोगों के लिए जाना जाता है. हम ग्राहकों की पसंद के मुताबिक अलग-अलग स्वाद और सामग्री को मिलाकर विशेष तरह की डिश बनाते हैं, जो हमारे ग्राहकों को अच्छी लगें”.


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