धनवान उम्मीदवारों की जीत की संभावना अधिक: एडीआर
लोकसभा चुनाव के परिणाम बताते हैं कि धनवान उम्मीदवारों के चुनाव जीतने की संभावना अधिक होती है. पांच करोड़ से अधिक सम्पत्ति के मालिक 30.1 फीसदी उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे जबकि 10 लाख की कुल सम्पत्ति वाले उम्मीदवारों में केवल 0.3 फीसदी को ही सफलता मिल पाई है.
एडीआर की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक करोड़पति सांसदों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है.
इसके मुताबिक करोड़पति उम्मीदवारों की हिस्सेदारी साल 2009 में गठित 15वीं लोकसभा में 58 फीसदी, साल 2014 में गठित 16वीं लोकसभा में 82 फीसदी और 17वीं लोकसभा में बढ़कर 88 फीसदी हो गई है.
जीतने वाले 542 उम्मीदवारों में 539 उम्मीदवार की संपत्ति के विश्लेषण से पता चलता है कि 475 उम्मीदवार करोड़पति हैं. साल 2014 में 443 करोड़पति सांसद और 2009 में 315 करोड़पति सांसद चुनकर संसद में पहुंचे थे.
बीजू जनता दल और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सबसे कम सांसद करोड़पति हैं. इन दोनों पार्टी के 67 फीसदी सांसदों के पास एक करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति है. संसद में बीजेडी के 12 और सीपीएम के तीन सांसद हैं.
ओडिशा से सबसे कम करोड़पति सांसद चुने गए हैं.