महाराष्ट्र में बारिश की वजह से 40 से अधिक लोगों की मौत
मुंबई सहित महाराष्ट्र में बारिश की वजह से 40 से अधिक लोगों की जानें गईं हैं. मूसलाधार बारिश के कारण मुंम्बई में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण वित्तीय राजधानी जलमग्न हो गई और शहर में दीवार गिरने की एक घटना में 21 लोगों की जान चली गई.
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो हुई है.
सात जुलाई से हो रही भारी बारिश के कारण मुंबई में रेल, वायु और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. कई ट्रेनों और विमानों को रद्द करना पड़ा.
आईएमडी के भारी बारिश के पूर्वानुमान के बाद सरकार ने दो जुलाई को सार्वजनिक अवकाश घोषित करते हुए लोगों को घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी.
वहीं उत्तरी उपनगर मलाड में भारी बारिश के बाद दो जुलाई को तड़के एक दीवार ढहने से 21 लोगों की मौत हो गई और 78 लोग घायल हुए हैं.
एक वरिष्ठ सिविक अधिकारी ने यहां पत्रकारों को बताया कि घायलों को सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया और उनमें से 15 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
वहीं मलबे में फंसी 15 वर्षीय संचिता को करीब 12 घंटे बाद बाहर निकाला गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया.
मलाड में एक कार में पानी भरने से उसमें फंसे दो लोगों की मौत हो गई. विले पार्ले में एक व्यक्ति को करंट लग गया और उपनगर मुलुंड में दीवार गिरने से एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई.
वहीं पुणे के अम्बेगांव इलाके में एक जुलाई की देर रात एक शैक्षणिक संस्थान की दीवार उसके पास बनी अस्थायी झोंपड़ियों पर गिरने से छह श्रमिकों की मौत हो गई. वहीं मंगलवार तड़के ठाणे जिले के कल्याण में एक दीवार गिरने से तीन लोगों की जान चली गई.
बुलढाणा जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 52 वर्षीय महिला की मौत हो गई.
खराब मौसम के चलते मुम्बई के ‘छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर 54 विमानों को दूसरी जगह भेजना पड़ा और 52 उड़ानें रद्द कर दी गईं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने बीएमसी आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया और स्थानीय निकाय अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया.
फड़णवीस ने बीएमसी और मुंबई पुलिस अधिकारियों के साथ रेलवे, सड़क यातायात और ऐसे क्षेत्रों की समीक्षा की, जहां अधिक ध्यान और सहायता की आवश्यकता है.