26 फरवरी को कॉमन एजेंडा पर चर्चा करेगा विपक्ष
आगामी लोकसभा चुनावों में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम अब तमाम विपक्षी पार्टियों का कॉमन एजेंडा बन गया है. विपक्ष की कोशिश है कि चुनावों से पहले इस प्रोग्राम का एक व्यवहारिक ढांचा तैयार कर लिया जाए. इस सिलसिले में विपक्षी पार्टी नेता मुलाकात कर चुके हैं और अब अगली मीटिंग 26 फरवरी को होने जा रही है.
खबरों के मुताबिक नेताओं का एक समूह प्रोग्राम से जुड़ी तमाम बारीकियों पर काम कर सकता है. साथ ही ये समूह प्रोग्राम का एक ड्राफ्ट जल्द से जल्द तैयार करने में भी मदद करेगा.
इससे पहले इस संबंध में 13 फरवरी को हुई विपक्षी पार्टियों की मीटिंग में छह दलों ने हिस्सा लिया था. सपा-बसपा पिछली मीटिंग के दौरन मौजूद नहीं थे. हालांकि अगली मीटिंग में पार्टियों की कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा दल इसका हिस्सा बन पाएं. सूत्रों के मुताबिक नेता चाहते हैं कि सपा-बसपा अगली मीटिंग का हिस्सा बनें.
सपा-बसपा गठबंधन की घोषणा पहले ही हो गई थी. कल दोनों पार्टी अध्यक्षों ने ये भी तय कर लिया है कि कौन सी पार्टी किस सीट से चुनाव लड़ने जा रही है.
दिल्ली में शरद पवार के घर पर हुई पिछली मीटिंग के दौरान राहुल गांधी, ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल, शरद पवार और फारूख अब्दुल्ला मौजूद थे. सूत्रों ने बताया कि 26 फरवरी को होने वाली मीटिंग में नेता प्रोग्राम की बारीकियों पर चर्चा करेंगे और अपने सुझाव देंगे. नेता पुलवामा हमले और इस संबंध में हो रही राजनीति पर भी चर्चा कर सकते हैं.
विपक्षी नेताओं की मीटिंग के दो दिन बाद ही कांग्रेस कार्यकारी समिति की बैठक भी होने जा रही है, जहां पार्टी के तमाम बड़े नेता लोकसभा चुनावों से पहले गठबंधन को लेकर चर्चा करेंगे.