करतारपुर गलियारे पर पाकिस्तान ने सौंपा अंतिम मसौदा, 20 डॉलर प्रति श्रद्धालु फीस की मांग


pakistan handed india final draft agreement on kartarpur demands 20 dollar per pilgrim

 

करतारपुर गलियारे पर पाकिस्तान ने भारत को अंतिम मसौदा भेज दिया है. हालांकि दोनों देशों के बीच विभिन्न बिंदुओं पर अब भी मतभेद बने हुए हैं, जिसमें प्रत्येक श्रद्धालु 20 डॉलर की सर्विस फीस का मुद्दा भी शामिल है.

अंतिम मसौदा पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग को शुक्रवार को सौंपा. मसौदे पर भारत के रुख के बारे में फिलहाल जानकारी उपलब्ध नहीं है.

सूत्रों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि पाकिस्तान प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर सर्विस फीस की मांग पर बना हुआ है. उसका कहना है कि भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक से लेकर पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब गुरुद्वारा तक गलियारा बानने के लिए आई संचालन लागत के तहत ये पूंजी जरूरी है. जबकि भारत ये फीस हटाने की मांग कर रहा है.

सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत की ये मांग मान ली है कि गलियारा केवल सिख धर्म के लोगों के लिए सीमित नहीं होना चाहिए और सभी संप्रदाय के लोगों को इसकी मंजूरी दी जानी चाहिए.

इसके अलावा पाकिस्तान ने मांग रखी है कि भारत यात्रा से करीबन 10 दिन पहले श्रद्धालुओं ने नाम उपलब्ध कराए. जानकारी के मुताबिक यात्रा से चार दिन पहले श्रद्धालुओं के नाम को मंजूरी दी जाएगी.

पाकिस्तान ने कहा कि वो रोजना 5,000 श्रद्धालुओं को दर्शन की मंजूरी देगा और खास मौकों पर ये संख्या बढ़ाई जा सकती है. वहीं भारत खास मौकों पर 10 हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की मंजूरी देने की मांग कर रहा है.

भारत ने श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ काउंसलर और प्रोटोकॉल अधिकारियों को भी जाने की मंजूरी देने की मांग की है. फिलहाल ये स्पष्ट नहीं कि क्या पाकिस्तान ने भारत की इस मांग को स्वीकार कर लिया है.

दोनों देशों की ओर से संकेत मिले हैं कि 9 नवंबर को गुरू नानक की जन्म की 550वीं वर्षगांठ के मौके पर उद्घाटन होगा. ऐसे में फिलहाल सवाल बने हुए हैं कि क्या दोनों देश तब तक सभी मतभेदों पर काम कर लेंगे.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने महीने की शुरुआत में कहा था कि भारत ने अपनी ओर से सभी कार्य पूरा कर लिए हैं और पाकिस्तान को भी जल्द से जल्द जवाब देना चाहिए ताकि दोनों देश इस मुद्दे पर आगे बढ़ सके.

केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को ट्वीट में जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ नवंबर को भारत की ओर से गिलयारे का उद्घाटन करेंगे.


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