जी-7 सम्मेलन से पहले फ्रांस में पर्यावरण कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन


Performance of environmental activists in France ahead of G-7 conference

 

फ्रांस के बिआरित्ज में 24 से 26 अगस्त के बीच जी-7 के शिखर सम्मेलन में ब्राजील के अमेजन वर्षा वन में लगी आग और जलवायु परिवर्तन पर ठोस नीति बनाने के लिए पर्यावरण कार्यकर्ता दबाव बना रहे हैं. इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने जी 7 नेताओं का मास्क पहनकर प्रदर्शन किया. बिआरित्ज के बाहर जी7 नेताओं को प्रदर्शनकारियों का सामना करना पड़ा. लोगों को रोकने के लिये फ्रांस की सरकार ने 13 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया था.

यूरोपीयन यूनियन और जर्मनी ब्राजील पर आग को काबू करने के लिए  फ्रांस के राष्ट्रपति एमैन्युअल मैक्रों के बयान का समर्थन कर रहे हैं. इससे पहले फ्रांस ने आमेजन के वर्षा वनों में लगी आग पर काबू करने को लेकर ब्राजील की ओर से ठोस कदम उठाने तक सभी सौदों को रद्द कर दिया था.

जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के प्रवक्ता ने कहा है कि अमेजन वर्षावनों में लगी आग ‘‘घोर आपातकाल” साबित हो सकती है और इस सप्ताहांत में होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन के लिए फ्रांस में जुटे विश्व नेताओं को इस पर चर्चा करनी चाहिए.

स्टीफन सीबर्ट ने बर्लिन में संवाददाताओं से कहा, “अमेजन क्षेत्र में आग जिस पैमाने पर फैली है वह चौंकाने वाला है और यह न सिर्फ ब्राजील तथा अन्य प्रभावित देशों के लिए भयावह है बल्कि पूरे विश्व के लिए है”

उन्होंने कहा, “चांसलर इस बात पर सहमत हैं कि जब जी7 देश इस सप्ताहांत में साथ आएंगे तो अमेजन वर्षावन की इस घोर समस्या को एजेंडा में शामिल किया जाएगा.”

यूरोपीय नेता इस सम्मेलन में अमेजन के सदाबहार वन क्षेत्र में भड़के दावानल को रोकने के लिये दबाव बना सकते हैं. हालांकि ब्राजील के दक्षिणपंथी राष्ट्रपति जेअर बोलसोनरो दावानल को लेकर इस तरह की बात को बाहरी हस्तक्षेप करार दे कर इस पर नाराजगी प्रकट करते हैं.

टस्क ने फ्रांस की चेतावनी को दोहराते हुए कहा कि बोलसोनारो द्वारा आमेजन के जंगलों की लगी आग पर दी गयी प्रतिक्रिया तथा जलवायु परिवर्तन को नजरअंदाज करने से यूरोपीय संघ और दक्षिणी अमेरिकी देशों के बीच हुआ एक प्रमुख व्यापार सौदा सवालों के घेरे में आ गया है.

विकसित देशों के समूह जी7 के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये बिआरित्ज पहुंचे नेताओं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक दूसरे के खिलाफ व्यापार युद्ध की धमकी भरे बयान जारी किए. इस तरह सम्मेलन पर यूरोप और अमेरिका के बीच तनाव की छाया मंडराने लगी है.

यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने कहा, ‘‘ व्यापार युद्ध से मंदी आएगी जबकि व्यापार समझौते से अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा.’’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने विशेष विमान एयरफोर्स वन से बिआरित्ज के लिए उड़ान भरने से ठीक पहले धमकी दी कि यदि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों पर लगाया कर वापस नहीं लिया तो वह फ्रेंच वाइन पर भारी-भरकम शुल्क लगाएंगे.

टस्क ने इसके उत्तर में कहा कि यूरोपीय संघ भी बराबर की प्रतिक्रिया करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘अपने सबसे अच्छे सहयोगी अमेरिका के साथ टकराव का रास्ता हमारे लिए अंतिम विकल्प होगा. हमने यह पहल नहीं की है, व्यापार और शुल्क का यह संघर्ष हमने शुरू नहीं किया है, लेकिन हमें तैयार रहना चाहिये और हम तैयार हैं.’’


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