अब बलात्कारियों को सजा देने के मामले में पीएम मोदी का झूठ


PUCL presented charge sheet against central govt

  ani

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर सार्वजनिक मंच से झूठ बोला है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने सूरत में कहा कि अब बलात्कारियों को तीन दिन से महीने भर के भीतर फांसी दे दी जाती है. यह एक सरासर झूठा बयान है.

एएनआई के मुताबिक उन्होंने सूरत में कहा, “देश में पहले भी बलात्कार होते रहे हैं, यह शर्म की बात है कि आज भी हमें ऐसे मामले सुनने पड़ते हैं. अब, दोषियों को तीन दिन, सात दिन, 11 दिन और एक महीने के भीतर फांसी पर चढ़ा दिया जाता है. बेटियों को न्याय दिलाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं और परिणाम इसके सबूत हैं.”

बलात्कार पीड़िता के साथ न्याय और फांसी की सजा मामले में पीएम मोदी सरासर झूठ बोल रहे हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पिछले 15 साल में केवल चार मामलों में फांसी की सजा हुई है. वहीं बलात्कार के मामले में पिछले 14 साल में कोई फांसी की सजा नहीं हुई है. साल 2004 में धनंजय चटर्जी को बलात्कार का दोषी पाए जाने पर फांसी की सजा हुई थी.

हाल में कई मामले सामने आए हैं जब पीएम मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी बलात्कार के मामलों में चुप्पी साध ली है. कठुआ और उन्नाव में नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद हत्या के मामले में आरोपी के समर्थन में रैली निकाली गई. इस रैली में कई बीजेपी नेता शामिल रहे. पीएम मोदी इस पूरे मामले में कई दिनों तक चुप्पी बनाए रखी.

उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगा. इस मामले में लगातार सरकार आरोपी को बचाती रही. पीड़िता की ओर से आत्महत्या के प्रयास के बाद यह मामला मीडिया में आया और सरकार पर कार्रवाई करने का दबाव बना. मामले की जांच सीबीआई कर रही है. पीड़िता को अबतक न्याय नहीं मिल पाया है.

बीजेपी के सांसद और पीएम मोदी की कैबिनेट के मंत्री रहे एमजे अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले में भी केन्द्र सरकार लगातार एमजे अकबर से इस्तीफा लेने से बचती रही. भारी जनदबाव के बाद एमजे अकबर को इस्तीफा देना पड़ा था.


Big News