पुलिस ने मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड को सुलझाने का दावा किया, मुख्य आरोपी गिरफ्तार


police claims to sort out murshidabad triple murder case

 

पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक राजमिस्त्री को गिरफ्तार कर राज्य में राजनीतिक पारा बढ़ाने वाले मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड को सुलझाने का दावा किया. आरोपी की मृतक के परिवार से जान-पहचान थी.

मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने कोलकाता में बताया कि राजमिस्त्री उत्पल बेहरा को मुर्शिदाबाद जिले में सागरदीघि के साहापुर इलाके से 14 अक्टूबर की रात को गिरफ्तार किया गया. एक सप्ताह पहले स्कूल शिक्षक बंधु प्रकाश पाल (35), उनकी गर्भवती पत्नी ब्यूटी और उनके आठ वर्षीय बेटे अंगन के शव मुर्शिदाबाद जिले के जियागंज में उनके घर में खून से लथपथ मिले थे.

इन हत्याओं को लेकर भाजपा और राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा ममता बनर्जी सरकार पर प्रहार करने के साथ इस घटना ने राजनीतिक रंग अख्तियार कर लिया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवसक संघ ने दावा किया था कि शिक्षक उसके समर्थक थे. वहीं बंधु प्रकाश पाल के परिवार ने किसी राजनीतिक संबंध से इनकार किया था.

कुमार ने बताया कि इस घटना की जड़ वित्तीय लेन-देन को लेकर पाल और बेहरा के बीच कड़वाहट थी.

पुलिस के अनुसार पाल बीमा एजेंट भी थे. बेहरा (20) ने उनसे दो जीवन बीमा पॉलिसियां खरीदी थीं.

बेहरा ने जांचकर्ताओं को बताया कि पाल ने उसे पहली पॉलिसी की रसीद दे दी थी जबकि दूसरी की रसीद देने में आनाकानी कर रहे थे.

पुलिस ने कहा, ”पिछले कुछ सप्ताह से पाल और बेहरा के बीच इस मामले को लेकर विवाद चल रहा था. पाल ने उसका अपमान भी किया था, जिसके बाद बेहरा ने उसकी हत्या करने का फैसला किया.”

बेहरा तब से पाल को जानता था जब वह उसके गृह नगर सागरदिघी में एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे.

शुरू में दोनों के बीच बहुत अच्छा संबंध था लेकिन जब बेहरा को लगा कि पाल ने उसकी गाढ़ी कमाई ठग ली है तब संबंधों में खटास आ गई.

पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि इस अपराध में इस्तेमाल में लाया गया हथियार मिल गया है और बेहरा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. बेहरा को 15 अक्टूबर को ही अदालत में पेश किया जाएगा.

जांच के दौरान जियागंज और सागरदिघी के कई बाशिंदों ने शिकायत की कि पाल ने उनसे पैसे लिये लेकिन प्रीमियम जमा नहीं किए.


Big News