17वीं लोकसभा में होगी सर्वाधिक महिला सांसदों की नुमाइंदगी


More likely to win rich candidates: ADR

 

17वीं लोकसभा के विजयी उम्मीदवारों में महिलाओं की कुल संख्या 78 है. महिला सांसदों की अब तक की इस सर्वाधिक भागीदारी के साथ ही नई लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या कुल सदस्य संख्या का 17 प्रतिशत हो जायेगी.

नतीजों से पता चलता है कि सबसे ज्यादा 40 महिलाएं उम्मीदवारों ने बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस के टिकट पर सिर्फ पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने महिला उम्मीदवार के रूप में रायबरेली से जीत दर्ज की है.

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त दी है. मोदी सरकार में कंद्रीय मंत्रियों में अपनी लोकसभा सदस्यता बरकरार रखने वालों में मेनका गांधी सुल्तानपुर से और अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से ‘अपना दल’ उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीती हैं.

बीजेपी उम्मीदवार हेमा मालिनी मथुरा से, प्रज्ञा ठाकुर भोपाल से, मीनाक्षी लेखी नई दिल्ली से, किरण खेर चंडीगढ़ से और रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद से चुनाव में दर्ज हासिल की है.

25 वर्षीय चंद्रानी मुर्मु, सबसे कम उम्र में सांसद बनी हैं. बीजू जनता दल उम्मीदवार चंद्रानी ने ओडिशा की आदिवासी आरक्षित लोकसभा सीट क्योंझर से जीत दर्ज की है.

लोकसभा चुनाव में कुल 8049 उम्मीदवार मैदान में थे. इनमें 724 महिला उम्मीदवार थीं. मौजूदा लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 64 है. इनमें से 28 मौजूदा महिला सांसद चुनाव मैदान में थी. चुनाव हारने वाली प्रमुख महिला उम्मीदवारों में कन्नौज से सपा सांसद डिंपल यादव, रामपुर से बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा शामिल हैं.

कांग्रेस ने सबसे ज्यादा, 54 और बीजेपी ने 53 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था.

दूसरी राष्ट्रीय पार्टियों में, बसपा ने 24, तृणमूल कांग्रेस ने 23, सीपीएम ने 10, सीपीआई ने चार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एक महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा था. वहीं निर्दलीय महिला उम्मीदवारों की संख्या 222 थी. चार ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों ने भी बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा.

चुनाव हारने वाली महिला उम्मीदवारों में आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार मुनमुन सेन, सिलचर से सांसद कांग्रेस की सुष्मिता देव, सुपौल से सांसद कांग्रेस की रंजीत रंजन शामिल हैं.


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