त्योहारों के मौसम से है विक्रेताओं को उम्मीदें


retailers eyeing on upcoming festive season

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अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच विक्रेताओं और कंपनियों को अब उम्मीद है कि ओणम से शुरु होकर दिपावली तक चलने वाले त्योहार के मौसम में मांग एक बार फिर चढ़ेगी.

पाया गया है कि सालाना कुल बिक्री का 20-30 फीसदी हिस्सा इसी त्योहारों के मौसम का होता है. कपड़े, गहने और अन्य उपभोक्ता सामान बेचने वाले विक्रेताओं का मानना है कि इस साल भी पिछले साल की तरह बाजारों में ग्राहकों की रौनक देखने को मिलेगी.

लाइव मिंट की खबर के मुताबिक जूसर, एयर प्यूरिफायर्स और अन्य इलेक्ट्रिकल अप्लायंस निर्माता फिलिप्स ने त्योहारों के मद्देनजर विज्ञापन खर्च में 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी की है.

बीते साल त्योहारों के मौसम की तुलना में इस बार कंपनी ग्राहकों को अधिक ऑप्शन्स देते हुए ज्यादा नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करने वाली है. साथ ही अगले दो हफ्तों में ग्राहकों के लिए तैयार आकर्षक ऑफरों से भी कंपनी पर्दा हटा देगी.

फिलिप्स इंडिया लिमिटेड के सीनियर डायरेक्टर और पर्सनल हेल्थ विभाग के मार्केटिंग हेड गुलबहार तौरानी ने कहा, “हमने नए प्रोडक्ट्स के लॉन्च के लिए रचनात्मक और नए कैंपेन तैयार किए हैं. हम अपनी तरफ से कैंपेन और आकर्षक ऑफर देने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं.”

फिलहाल मार्केट परिस्थितियों को देखते हुए कंपनियों ने दामों में इजाफा करने से दूरी बना ली है.

गोदरेज एप्लाइंस के बिजनेस हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने बताया कि “इस बार त्योहारों में कंपनी रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन की बिक्री बढ़ाने पर ध्यान दे रही है. मेरा मानना है कि बिक्री एमआरपी पर छूट पर निर्भर करेगी.”

वहीं सोने के दामों में आया उछाल गहना विक्रेताओं के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. ऐसे में विक्रेता ग्राहकों को लुभाने के लिए मार्केटिंग के तरीकों और आकर्षक एक्सचेंज ऑफर्स देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

जैसे केरल के कल्याण ज्वैलर्स ने एक्सचेंज गोल्ड ज्वैलरी में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की. जिसके बाद कंपनी ने इसे बढ़ावा देने के लिए जुलाई में एक्सचेंज ऑफर की शुरुआत की.

कंपनी की ओर से बताया गया है कि शादी के मौसम के लिए इस महीने के आखिरी हफ्ते में कई नए ऑफर्स देखने को मिलेंगे.

कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी अध्यक्ष रमेश कल्याणरमन ने कहा कि “अगर दाम ज्यादा भी होंगे तब भी शादी के लिए खरीदारी कर रहे लोग ज्वैलरी खरीदेंगे ही. ऐसे में हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने-वाला शादी का मौसम हमारे लिए अच्छा होगा.”

जून तिमाही में घड़ी और ज्वैलरी निर्माता टाइटेन के ज्वैलरी विभाग में बिक्री में 13.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

जिसके बाद कंपनी ने ज्वैलरी पर एक्सचेंज ऑफर हाल ही में अगस्त में दिए.

वहीं ऊंचे दामों को देखते हुए कई ज्वैलर्स का मानना है कि लोग इस बार हल्के ज्वैलरी सेट खरीदेंगे.

भारत के छोटे शहरों में कपड़े और फुटवियर विक्रेता 1-इंडिया फैमली मार्ट मध्य वर्गीय ग्राहकों को लुभाने के लिए 1000 रुपये की खरीदारी पर 500 रुपये का गिफ्ट वाउचर दे रहा है.

1-इंडिया फैमली मार्ट के सीईओ और सह-संस्थापक जीपी शुक्ला ने कहा, “बाजार इस बार कुछ सुस्त लग रहे हैं, पर हमें कुछ उम्मीदें भी हैं. इसके साथ ही हम सुस्त तिमाही के लिए भी तैयार हैं.”

संभावनाएं है कि ई-कॉमर्स, एफएमसीजी, ऑटो, ज्वैलरी और विक्रेता इस बार त्योहर के मौसम में विज्ञापनों पर करीबन 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करेंगे. 2018 की तुलना में इस बार कंपनी के विज्ञापन खर्चों में 10-12 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.

ध्यान देने वाली बात है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर घटकर 5 फीसदी रह गई. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि उपभोक्ता विश्वास में कमी आई है जिसका सीधा असर विभिन्न क्षेत्रों में मांग पर देखने को मिल रहा है.

ऐसे में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को देखते हुए विक्रेता अब त्योहरों के मौसम पर आंख लगाए हुए हैं.


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