रूस में स्थानीय चुनाव : विपक्षी सदस्यों की उम्मीदवारी रद्द करने पर भड़के विरोध के बीच मतदान
स्थानीय चुनाव में विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों का नामांकन रद्द होने के बाद रूस में सात साल में सबसे बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला है. रूस की राजधानी मॉस्को के काउंसिल चुनाव में उम्मीदवारी रद्द करने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे 2400 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. न्यूज एजेंसी एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस ने कठोरता से बल प्रयोग किया.
आमतौर पर शहरी काउंसिल के चुनाव कम महत्वपूर्ण के माने जाते हैं लेकिन कई विपक्षी और स्वतंत्र उम्मीदवारों के नाम बैलेट पत्र पर नहीं आने के बाद से यह रूस में चर्चा का विषय बन गया.
शहर के चुनाव आयुक्त के मुताबिक दोपहर तक केवल 5.6 फीसदी लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया है.
चुनाव आयोग ने कहा है कि नामांकन पत्र पर सही तरीके से हस्ताक्षर नहीं होने की वजह से उम्मीदवारी रद्द की गई है. हालांकि उम्मीदवार ऐसे किसी भी कारण को मानने से इनकार कर रहे हैं.
रूस में विरोधियों को राजनीति में बहुत कम जगह मिलती रही है.
नामांकन रद्द होने के बाद विरोध में दो अलग-अलग प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसे पुलिस ने बेरहमी से कुचल दिया है. दूसरी बार हुए प्रदर्शन में 60,000 लोगों के शामिल होने का अनुमान है.
इस चुनाव में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी वोट डाल रहे हैं. उन्होंने उम्मीदवारी रद्द होने पर कहा कि कितने लोग हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है, गुणवत्ता महत्वपूर्ण है. मैं आशा करता हूं कि हमारे उम्मीदवार योग्य साबित होंगे.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे लाइबोव सोबोल ने उम्मीदवारी रद्द किए जाने को लोकतांत्रिक चुनाव की अंत्येष्टी करार दिया है.
मॉस्को शहर में फिलहाल आधे से ज्यादा काउंसलर पुतिन की करीबी पार्टी यूनाइटेड रशिया के समर्थक हैं. पार्टी ने इस चुनाव में किसी को भी अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है. यूनाइटेड रशिया के उम्मीदवार स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं.