कौन हैं सबरीमला में प्रवेश करने वाली दो महिलाएं?
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले साल 28 सितंबर को 10-50 आयु वर्ग की महिलाओं की सबरीमला मंदिर में प्रवेश पर लगी पाबंदी हटाने के बाद अंततः दो महिलाओं बिंदु और कनकदुर्गा ने कल मंदिर में प्रवेश किया.
अयप्पा के मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश किए जाने की खबर आने के बाद से केरल के कई जिलों में लगातार विरोध-प्रदर्शन और पथराव की घटनाएं हो रही हैं. विरोध और हमले के खतरे को देखते हुए दोनों ही महिलाओं को पुलिस की कड़ी सुरक्षा में रखा गया है.
आइए जानते हैं सबरीमला मंदिर में प्रवेश करने वाली दोनों महिलाएं कौन हैं.
बिंदु (42 साल)
42 साल की बिंदु अम्मिनि नेपाल के कोइलांडी की निवासी हैं. वर्तमान में कन्नूर विश्वविद्यालय के ‘स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज’ विभाग में कानून विषय पढ़ाती हैं. मास्टर इन लॉ की डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने कालीकट विश्वविद्यालय सहित कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बतौर शिक्षिका कार्य किया है. एक छात्र कार्यकर्ता के रूप में वामपंथी केरल विद्यार्थी संगठन की सदस्य रही बिंदु बाद में सीपीआई (एमएल) में भी सक्रिय रहीं.
कनकदुर्गा (44 साल)
सबरीमला मंदिर में प्रवेश करने वाली दूसरी महिला कनकदुर्गा मलाप्पुरम के अंगाडीपुरम की रहने वाली हैं. कनकदुर्गा केरल में सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट की कर्मचारी हैं .
खबरों के मुताबिक, सबरीमला में प्रवेश करने वाली ये दोनों महिलाएं एक दूसरे से फेसबुक के ‘पुनर्जागरण केरल’ नामक पेज पर जुड़ी थीं. इसके बाद इन्होनें एक साथ सबरीमला में प्रवेश करने का निर्णय लिया था .
मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक, दोनों महिलाओं ने बीती 24 दिसंबर 2018 को भी सबरीमला मंदिर में प्रवेश करने का पूरा प्रयास किया गया था. लेकिन प्रदर्शनकारियों के कड़े विरोध का सामना कर रही दोनों ही महिलाओं में से एक (कनकदुर्गा) की हालत बिगड़ने बाद इन्हें वापस लौटना पड़ा.
बहरहाल, लौटते वक्त कनकदुर्गा ने ये बयान दिया था कि हमें चाहे जितना ही इंतजार क्यों न करना पड़े, हम करेंगे. प्रदर्शनकारियों का विरोध हमें मंदिर जाने से नहीं रोक सकता. यह हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और यही कारण है कि हम सबरीमाला आए हैं.