ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ने की जांच करेगी एसआईटी


SIT will investigate the demolition of the statue of Ishwar Chandra Vidyasagar

 

समाज सुधारक, लेखक और शिक्षाविद ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के मामले में कोलकाता पुलिस ने विशेष जांच टीम(एसआईटी) गठित की है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दरम्यान भड़की हिंसा में विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी.  घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर प्रतिमा को तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं.

अमित शाह ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस एक ‘साजिश’ के तहत उनके रोड शो के दौरान हिंसा में शामिल रही है.

वहीं तृणमूल कांग्रेस ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि ‘भाजपा के गुंडों’ ने विद्यासागर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया और वीडियो से न केवल यह पता चलता है कि भगवा पार्टी ने क्या किया बल्कि यह भी साबित होता है कि शाह ‘झूठे’ और ‘धोखेबाज’ हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल पुलिस राज्य सरकार के साथ साठगांठ कर ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों’ द्वारा मूर्ति को तोड़े जाने की घटना के साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास कर रही है.

नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मऊ में एक चुनावी रैली में कहा कि उनकी सरकार विद्यासागर के नजरिये के प्रति समर्पित है और वादा किया कि उनकी पंचधातु की प्रतिमा उसी स्थान पर लगाई जायेगी, जहां उसे ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों’ ने उसे तोड़ दिया था.

इस पर पलटवार करते हुए ममता बनर्जी ने मोदी को झूठा बताते हुये कहा कि ऐसा व्यक्ति देश ने कभी नहीं देखा है.

बनर्जी ने दावा करते हुये कहा, “मीडिया ने दिखाया कि किस तरह विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ी गई. बंगालियों के गर्व को चोट पहुंची है और वे बीजेपी को बख्शेंगे नहीं. वे इसे (बीजेपी) एक भी वोट नहीं देंगे. यह बहुत चौंकाने वाली बात होगी अगर मोदी को एक भी बंगाली वोट दे दे.”

लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण में दक्षिण बंगाल की नौ लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाने हैं.


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