एक करोड़ स्पेनी मतदाता बने दक्षिणपंथी फेक न्यूज के शिकार: रिपोर्ट
आगामी रविवार को स्पेन में आम चुनाव के लिए मतदान होगा. इस बीच एक बहुत ही चिंताजनक खबर सामने आई है. एक शोध में दावा किया गया है कि लगभग एक करोड़ स्पेनवासी व्हाट्सएप के सहारे फैलाई गई दक्षिणपंथी फेक न्यूज का शिकार बने हैं.
चुनावी प्रचार पर नजर रखने वाली वेबसाइट आवाज ने इस ओर सबूत भी पेश किए हैं. वेबसाइट ने चुनाव प्रचार के दौरान 14 दिनों की जानकारी का विश्लेषण किया है और पाया है कि ज्यादातर जानकारी गलत है और इसका संबंध दक्षिणपंथ से है. वेबसाइट ने बताया है कि जिन 14 दिनों (11 से 24 अप्रैल) का चुनाव उसने किया, उस दौरान चुनाव प्रचार पूरे चरम पर था.
वेबसाइट ने आगे बताया कि बहुत बड़े स्तर पर गलत जानकारियां फैलाई गईं. इन गलत जानकारियों में बताया गया कि स्पेन के समाजवादी प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज ने कैटेलोनिया प्रांत को अलग करने के लिए एक गुप्त संधि कर ली है. यह भी बताया गया कि स्पेन की सरकार शरणार्थियों को ढेर सारा पैसा दे रही है.
शोध ने बताया कि इन गलत जानकारियों में 43 फीसदी वामपंथ के खिलाफ, 14 फीसदी शरणार्थियों के खिलाफ और 10 फीसदी समलैंगिकों के खिलाफ हैं.
वेबसाइट आवाज के कैंपेन निदेशक क्रिस्टोफ ने कहा, “यह रिपोर्ट स्पेनी मतदाताओं की आंख खोलने के लिए है. व्हाट्सएप दोस्तों और परिवार से जुड़े रहने का एक अच्छा माध्यम है लेकिन अब ये कट्टरता, झूठ, घृणा और नस्लभेद फैलाने का माध्यम बनता जा रहा है.”
शोध में बताया गया है कि व्हाट्सएप के सहारे दक्षिणपंथी फेक न्यूज फैलाने का काम अन्य चुनावों में भी हुआ है. इनमें ब्राजील का नाम सबसे ऊपर आता है. ब्राजील में जब चुनाव हो रहा था, तब यह भ्रामक जानकारी खूब फैलाई गई कि यदि चुनावों में वर्कर्स पार्टी के उम्मीदवार फरनांडो हद्दाद जीतते हैं तो पांच साल से अधिक उम्र के बच्चे सरकार के नियंत्रण में चले जाएंगे. इस तरह ब्राजील के चुनाव में दक्षिणपंथी उम्मीदवार बोल्सोनारो के समर्थन में व्यापक रूप से गलत जानकारियां फैलाई गईं.