जामिया में हिंसा के बाद हिरासत में लिए छात्रों को पुलिस ने छोड़ा
@jnusu
दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली के जामिया इलाके में कल नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए 50 छात्रों को पुलिस ने आज सुबह करीबन तीन बजे छोड़ दिया.
हिरासत में लिए गए छात्रों को कालकाजी और न्यू फ्रेंड्स पुलिस स्टेशन में रखा गया था.
जानकारी है कि पुलिस ने कल शाम जामिया यूनिवर्सिटी से हिरासत में लिए 36 छात्रों को कालकाजी पुलिस स्टेशन में रखा. पुलिस की कार्रवाई में चार छात्र बुरी तरह घायल हो गए, जो एम्स और अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं.
इसी के साथ पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन भी खत्म हो गया.
पुलिस कार्रवाई के खिलाफ कल रात नौ बजे डीयू, जेएनयू, जामिया के छात्रों ने आईटीओ स्थित दिल्ली पुलिस हेडक्वाटर के बाहर प्रदर्शन किया. छात्रों की रिहाई के बाद प्रदर्शन सुबह तड़के खत्म हो गया.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय छात्रों के समूह ने बयान जारी कर नागरिकता अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से खुद को अलग किया.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने रविवार को दावा किया कि दिल्ली पुलिस के कर्मी बिना अनुमति के जबरन विश्वविद्यालय में घुस गए और कर्मचारियों तथा छात्रों को पीटा गया तथा उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया गया.
विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि पुस्तकालय के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं. उन्होंने पुलिस कार्रवाई की निंदा की.