असम NRC में ‘छेड़छाड़’ को लेकर पूर्व संयोजक प्रतीक हजेला के खिलाफ शिकायत


tampering complain against ex assam nrc coordinator pratik hajela

 

असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के पूर्व संयोजक प्रतीक हजेला के खिलाफ कथित तौर पर एनआरसी रिकॉर्ड में छेड़छाड़ करने के आरोप में शिकायत दर्ज की गई है. असम एनआरसी की अंतिम लिस्ट पिछले साल अगस्त में जारी की गई थी.

असम एनआरसी के वर्तमान संयोजक की तरफ से प्रतीक हजेला के सहयोगी अजूपी बरुआह के खिलाफ एनआरसी डाटा रिकॉर्ड का पासवर्ड दिए बगैर पद से इस्तीफा देने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

गुवाहाटी स्थित सीआईडी ऑफिस में की गई अपनी शिकायत में असम पब्लिक वर्क्स ने पुलिस डीआईजी से प्रतीक हजेला के खिलाफ एनआरसी रिकार्ड्स की अंतिम सूची में छेड़छाड़ करने को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. प्रतीक हजेला के खिलाफ एनआरसी की पूरी प्रक्रिया के दौरान साइबर क्राइम में संलिप्त रहने की जांच की मांग भी की गई है.

असम पब्लिक वर्क्स एक गैर-सरकारी संगठन है. 2009 में संगठन की याचिका पर ही सुप्रीम कोर्ट ने एनआरसी अपडेट करने का आदेश दिया था.

प्रतीक हजेला 11 नवंबर 2019 को उस समय असम एनआरसी संयोजक के पद से मुक्त हुए थे, जब सुप्रीम कोर्ट ने उनके गृह प्रदेश मध्य प्रदेश में उनका ट्रांसफर कर दिया था.

इससे पहले खबर आई थी कि असम एनआरसी का डेटा क्लाउड से उड़ गया. हालांकि, असम एनआरसी संयोजक हितेश देव सरमा ने बताया कि ऑफलाइन एनआरसी डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है और रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया के पास इसका बैकअप भी है.

वहीं क्लाउड से एनआरसी डाटा उड़ जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि कुछ तकनीकि खामियों की वजह से एनआरसी डेटा ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है.

अगस्त 2019 में असम एनआरसी की अंतिम सूची जारी हुई थी. इसमें 19,06,657 लोगों का नाम नहीं है.


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