आतंकवाद के लिए पाकिस्तानी ज़मीन का इस्तेमाल हमारे हित में नहीं : इमरान खान


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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान की जमीन का देश के बाहर आतंकवाद फैलाने के लिए इस्तेमाल होने की इजाजत देना हमारे हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि वो भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इससे पहले साफ तौर पर कहा था कि जब तक सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियां नहीं बंद होती है तब तक पाकिस्तान के साथ बातचीत की कोई गुंजाईश नहीं बनती.

इमरान खान ने भारतीय पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा,‘‘पाकिस्तान के लोग भारत के साथ अमन चाहते हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात और बात करने में खुशी होगी.’’

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोगों की मानसिकता बदल चुकी है.

जब उनसे पूछा गया कि क्या कश्मीर मुद्दे का समाधान संभव है तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘कुछ भी असंभव नहीं है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हूं. कश्मीर का हल एक सैन्य समाधान नहीं हो सकता.’’

हालांकि उन्होंने कहा कि शांति के प्रयास एकतरफा नहीं हो सकते है.

इमरान खान ने कहा, ‘‘हम नई दिल्ली के संकेत के लिए भारत में होने वाले चुनावों (आम चुनावों) की प्रतीक्षा करने के लिए तैयार हैं.’’

उन्होंने मुंबई हमले के गुनाहगारों को सजा देने पर कहा, हाफिज सईद पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगा रखा है. जमात-उद-दावा प्रमुख पर पहले से ही शिकंजा कसा हुआ है.

जमात-उद-दावा को जून, 2014 में अमेरिका ने एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. सईद लश्कर-ए-तैयबा का सह संस्थापक है जो मुम्बई में 26 नवम्बर 2008 को हुए हमले के लिए जिम्मेदार है. इन हमलों में 166 लोगों की मौत हुई थी.

मुम्बई हमलों के बाद सईद को नजरबंद किया गया था लेकिन 2009 में अदालत ने उसे रिहा कर दिया था. भारत, पाकिस्तान से 2008 के मुम्बई हमलों के षड्यंत्रकर्ताओं को दंडित किए जाने की मांग करता रहा है.


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