तीसरी बार गिरा टेरिजा मे का ब्रेग्जिट प्रस्ताव


theresa may annonces to resign

 

टेरिजा मे के ब्रेग्जिट डील प्रस्ताव को सांसदों ने लगातार तीसरी बार 58 मतों से गिरा दिया है. यह तब हुआ है जब इस बार टेरिजा ने प्रस्ताव पास हो जाने पर अपनी पार्टी के सांसदों से इस्तीफा देने की बात कही थी. प्रस्ताव के समर्थन में 286 और खिलाफ में 344 मत पड़े.

इस बार पिछली दो बार से टेरिजा के प्रस्ताव के विरोध में रहे कंजरवेटिव पार्टी के कुछ सांसदों ने अपना पाला बदलकर टेरिजा का समर्थन किया था. इन सांसदों में पूर्व ब्रेग्जिट सचिव डॉमिनिक रॉब भी शामिल थे. लेकिन लेबर पार्टी के अपनी स्थिति से ना डिगने और डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी के टेरिजा मे के खिलाफ जाने से यह प्रस्ताव संसद में पास ना हो सका.

इस पूरी प्रक्रिया के बाद टेरिजा मे ने सांसदों से कहा कि आज की वोटिंग के मायने बहुत गंभीर हैं और उन्हें डर है कि इस प्रक्रिया को लेकर हम संसद में अंतिम सीमाओं पर पहुंच रहे हैं.

टेरिजा मे ने कहा कि अगले हफ्ते से सांसद प्रस्ताव के विकल्प को लेकर बहस करेंगे. हालांकि, उन्होंने आगे की प्रक्रिया के लिए खुद की योजना के बारे में भी संकेत दिए. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जनमत संग्रह के तहत तय हुए ब्रेग्जिट के लिए प्रयास करती रहेगी.

वहीं विपक्ष के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने पीएम को निशाने पर लेते हुए कहा कि अब उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और देश में नए सिरे से आम चुनाव होने चाहिएं. वहीं स्टीव बेकर ने भी इसे पीएम टेरिजा मे की अंतिम हार करार दिया. स्टीव बेकर एक लंबे समय से ब्रेग्जिट के समर्थक रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि पीएम को अब इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि कोई नया नेता आकर देश का भला कर सके.

वहीं वोटिंग शुरू होने से पहले टेरिजा मे ने लेबर पार्टी के सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको ऐसा फैसला लेना होगा, जो देशहित में हो. इसके बदले में जेरेमी कॉर्बिन ने जवाब दिया कि टेरिजा मे ने देश के सामने अधपके ब्रेग्जिट का प्रस्ताव पेश किया है और लेबर पार्टी इस मुद्दे पर अपनी स्थिति पर अडिग है.


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