वेनेजुएला संकट: अमेरिकी सहायता को लेकर सीमा पर हिंसा


venezuela border tensions turn violent

 

वेनेजुएला में राजनीतिक गतिरोध के बीच अमेरिकी सहायता को लेकर चल रही तनातनी ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है. खबरों के मुताबिक इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई. उधर विपक्षी नेता जुआन गोइदो ने सहायता की पहली खेप देश के भीतर पहुंचने का दावा किया है.

वेनेजुएला के नेशनल गार्डस ने आंदोलन कर रहे लोगों पर आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां दागी. ये लोग विपक्षी नेता गोइदो के नेतृत्व में सीमा रेखा पर सहायता सामग्री के लिए आंदोलन कर रहे हैं.

वेनेजुएला की सेना राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का समर्थन कर रही है. सेना ने पड़ोसी देशों से लगी सीमाओं को सील कर रखा है. ताकि अमेरिकी सहायता बिना अनुमति के देश के भीतर ना पहुंच सके.

इससे पहले जुआन गोइदो ने घोषणा की थी कि सहायता सामग्री लेने वो खुद सीमा पर जाएंगे. गोइदो ने इसके लिए स्वयं सेवकों की मदद लेने की बात भी कही थी. अमेरिका ने खाद्य और अन्य जरूरी सामान गोइदो के कहने पर भेजी है, जो फिलहाल पड़ोसी देश कोलंबिया और ब्राजील के सीमावर्ती शहरों में रखी है.

जुआन गोइदो ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “लोगों का जीवन बचाने के लिए मानवीय सहायता निश्चित तौर पर और शांतिपूर्वक वेनेजुएला जा रही है.”

गोइदो ने बाद में एक ट्रक के वेनेजुएला जाने की बात भी कही. लेकिन एएफपी की ओर से जारी सूचना के मुताबिक एक ट्रक चला तो जरूर था, लेकिन उसे ब्राजील सीमा पर रोक लिया गया.

यहां कुछ स्थानीय लोग सीमा रेखा की ओर रुख कर रहे हैं. ये सहायता सामग्री को सीमा रेखा के भीतर दाखिल होने के लिए दबाव बनाना चाहते हैं.

वेनेजुएला इस समय दैनिक जरूरत की चीजों और खाद्य सामग्री के लिए जुझ रहा है. यूएन के मुताबिक 2015 से लेकर अब तक करीब 25 लाख वेनेजुएला के नागरिक देश छोड़ चुके हैं. अनुमान के मुताबिक करीब 5,000 लोग प्रतिदिन वेनेजुएला छोड़ रहे हैं.

गोइदो के अभियान तेज करने की घोषणा के बाद वेनेजुएला सरकार की ओर से सीमा सुरक्षा और कड़ी करने की खबरें आ रही हैं. कराकस की ओर से जारी एक घोषणा में कहा गया है कि वो कोलंबियन सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने जा रही है.

उधर यूएन महासचिव एंटेनियो गुटेरस ने वेनेजुएला से आग्रह किया है कि वो आंदोलन को दबाने के लिए घातक हथियारों का प्रयोग ना करे.

वेनेजुएला इस समय हाइपर इनफ्लेशन की स्थिति में है. इसके चलते वहां राजनीतिक गतिरोध भी पैदा हो गया है. कुछ समय पहले विपक्षी नेता जुआन गोइदो ने खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था. गोइदो को अमेरिका और उसके सहयोगी देशों का समर्थन मिला हुआ है.

जबकि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को चीन और रूस का समर्थन मिला हुआ है. हाल ही रूस ने अमेरिका पर आरोप लगाया था कि सहायता के बहाने वो वेनेजुएला में सैन्य दखल करने की कोशिश कर रहा है.


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