हिंदू-मुस्लिम छोड़कर खस्ताहाल अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरत: ममता बनर्जी
बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ”बांटो और राज करो की नीति” देश के लिए ठीक नहीं होगी जो फिलहाल आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रहा है.
कोलकाता में एक कार्यक्रम में तृणमूल प्रमुख ने कहा कि ”हिंदू-मुस्लिम” के मुद्दों को उठाने के बजाय यह समय देश में आर्थिक चिंताओं को दूर करने का है.
उन्होंने कहा, ”बेरोजगारी और गरीबी आसमान छू रही है. इस वक्त मुझे नहीं लगता कि हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे को उठाने से कोई सकारात्मक नतीजा निकलेगा.”
मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति एवं खुशहाली के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा, ”कोई नहीं जानता कि कल क्या होगा. हर जगह अनिश्चितता है. इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था.”
उन्होने जोर देकर कहा, ”आइए शांति, समृद्धि और एकता के लिए मिलकर काम करें. धार्मिक मामलों पर वक्त लगाने से इच्छित फल नहीं मिलेगा.”
तृणमूल नेता ने यह भी दावा किया कि देश में उद्योगपति केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई, आयकर (आईटी) विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से डर महसूस कर रहे हैं.
विधेयकों की मंजूरी में देरी को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि ”राज्य में एक समानांतर प्रशासन चल रहा है.”
उन्होंने कहा, ”यह कहते हुए दुख हो रहा है कि… विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं होने के कारण सदन स्थगित हो गया. हम लोग लड़ रहे हैं और हम लोग इससे लड़ेंगे.”