पुराने सिस्टम की वजह से वार रूम से नहीं मिला विंग कमांडर अभिनंदन को संदेश
पुराने कम्युनिकेशन सिस्टम की वजह से विंग कमांडर अभिनंदन को 27 फरवरी को वार रूम से समय पर संदेश नहीं मिल पाया था. इंडियन एयरफोर्स और सरकार के दूसरे अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. इस जानकारी के साथ ही एंटी-जैमिंग तकनीक उपलब्ध कराने की एयरफोर्स की पुरानी मांग फिर से तेज हो गई है.
27 फरवरी को जब अभिनंदन पाकिस्तानी फाइटर प्लेन्स से लोहा ले रहे थे, तब उनके कम्युनिकेशन सिस्टम को पाकिस्तान ने ब्लॉक कर दिया था. यदि उनके विमान में एंटी-जैमिंग तकनीक होती तो शायद वे वार रूम का निर्देश सुनकर लौट आते. इससे उनका विमान पाकिस्तान का निशाना बनने से बच जाता और वे भी पाकिस्तान की पकड़ में नहीं आते.
असल में बालाकोट एयरस्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान ने 27 फरवरी को अपने फाइटर प्लेन्स भेजे थे. भारतीय फाइटर्स ने उन्हें खदेड़ दिया था. एक तय सीमा के बाद भारतीय फाइटर्स को वापस लौट आने का संदेश दिया गया था. हालांकि, विंग कमांडर अभिनंदन पीछे नहीं लौटे. उन्होंने पाकिस्तान के एक F-16 फाइटर प्लेन को मार गिराया.
भारतीय वायुसेना ने सबसे पहले 2005 में बेहतर संचार व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की थी. वायुसेना ने मांग की थी कि उसे डेटा लिंक जैसी आधुनिक संचार व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए.