महिलाओं का दिमाग पुरुषों की तुलना में होता है अधिक सक्रिय: स्टडी
प्रतीकात्मक छवि/ Photo Pixabay
महिलाओं का दिमाग पुरुषों के मुकाबले अधिक सक्रिय होता है. इस बात का खुलासा जर्नल ऑफ अल्जाइमर डिजिज में प्रकाशित एक रिपोर्ट में हुआ है. ये रिपोर्ट 46 हजार से अधिक लोगों पर की गई एक स्टडी पर आधारित है.
स्टडी में 46,034 दिमागों का सिंगल फोटोन इमिशन कम्प्युटेड टोमोग्राफी(एसपीईसीटी) नामक परीक्षण किया गया. एसपीईसीटी में अलग-अलग गतिविधियों के समय दिमाग में रक्त के ‘बहाव’ को मापा जाता है. इस परीक्षण में 26,683 मानसिक रूप से बीमार लोगों को भी शामिल किया गया था.
इनमें बायपोलर डिजिज और सिजोफ्रेनिया आदि बीमारियों के मरीज शामिल हैं. माना जा रहा है कि इस तरह का यह सबसे बड़ा परीक्षण है. इस स्टडी को ‘आमेन क्लिनिक’ ने तैयार किया है.
आमेन क्लिनिक के संस्थापक और स्टडी से जुड़े डैनियल जी आमेन ने कहा, “यह जेंडर के आधार पर दिमाग के अंतर को समझने का एक महत्वपूर्ण स्टडी है. हमने अपने शोध में महिलाओं और पुरुषों में होने वाले दिमाग संबंधी बीमारियों को समझा है.”
स्टडी में पता चला है कि महिलाओं के दिमाग का प्री फ्रोन्टल कॉरटेक्स वाला हिस्सा पुरुषों की तुलना में अधिक सक्रिय होता है. दिमाग का यह हिस्सा ध्यान केन्द्रित करने और भावनाओं को नियंत्रित करने के समय अधिक सक्रिय रहता है.
स्टडी में कहा गया है कि इसकी वजह से पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक सहानुभूति रखने वाली सहयोगी, खुद पर अधिक नियंत्रण रखने वाली और अनुमान लगाने में समर्थ होती हैं.
स्टडी में यह भी सामने आया है कि इसकी वजह से महिलाओं में चिंता, डिप्रेशन, अनिद्रा और भूख में कमी आने का खतरा भी रहता है. इसके साथ ही महिलाओं में अल्जाइमर होने का खतरा पुरुषों की तुलना में अधिक होता है.
पुरुषों में दिमाग का विजुअल और को-आर्डिनेशन वाला हिस्सा अधिक सक्रिय होता है. जिसकी वजह से उन्हें अल्जाइमर का खतरा कम होता है. वहीं पुरुषों में एडीएचडी होने का खतरा महिलाओं की तुलना में 1400 गुणा अधिक होता है. इस बीमारी से पीड़ित लोगों में ध्यान केन्द्रित करने की क्षमता घट जाती है.
हालांकि स्टडी में बौधिकता के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है.
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