एनआईए के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे यासिन मलिक की हालत खराब, परिवार का दावा
जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासिन मलिक के परिवार ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की गिरफ्तारी के खिलाफ भूख हड़ताल करने के बाद उनका स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया है.
दिल्ली की एक अदालत ने आतंकवाद को वित्त पोषण के मामले में मलिक को 10 अप्रैल को 22 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया था.
यासिन मलिक के परिवार ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन लोगों को मलिक से मिलने की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि मलिक पिछले चार दिन से एक अस्पताल में भर्ती हैं.
परिजनों ने कहा, “हम उनसे (मलिक से) मिलने जम्मू गए, लेकिन जब हम वहां शाम में पहुंचे तो हमें बताया गया कि उन्हें दिल्ली ले जाया गया है. अत: हम उनसे मिले बिना ही लौट गए. उसके बाद से हम सिर्फ उनके वकील के संपर्क में हैं. उनके वकील राजा तुफैल को भी मलिक से मिलने नहीं दिया जा रहा है.”
जेकेएलएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि अवैध तरीके से हिरासत में लिये गये मलिक दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में गंभीर स्थिति में हैं.