आखिर क्यों मनाया जाता है फ्रेंडशिप डे?


the history of international friendship day

 

दोस्ती का रिश्ता एक पवित्र रिश्ता है. दुनिया के सारे रिश्तों में सबसे अलग… सबसे जुदा. हमारी जिंदगी में अगर अच्छे दोस्त हों तो हम किसी भी मुश्किल से पार पा सकते हैं.

दोस्ती के इसी रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए पूरी दुनिया में इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. इस बार इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे अगस्त महीने के पहले रविवार यानी चार अगस्त को पड़ रहा है. लोगों ने इसे मनाने के लिए खास तैयारियां भी कर ली हैं.

लेकिन क्या आपको इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे के इतिहास के बारे में पता है? आइए, हम बताते हैं आपको.

इससे पहले की हम इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे के इतिहास में जाएं हम आपको ये बता देते हैं कि 30 जुलाई 1958 को संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक स्तर पर देशों के बीच संबंध अच्छे करने के लिए वर्ल्ड फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव रखा था. उसके बाद 27 अप्रैल 2011 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 30 जुलाई को हर साल वर्ल्ड फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव रखा. इस हिसाब से दुनिया के अलग-अलग देशों में इसे अलग-अलग तारीख को मनाया जाता है. हालांकि भारत समेत ज्यादातर देशों में इसे अगस्त के पहले रविवार को ही मनाया जाता है. वहीं कई देशों में इसे दो अगस्त को मनाया जाता है.

खैर, अब हम इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे के इतिहास पर आते हैं. कहा जाता है कि इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे की शुरुआत अमेरिका में 1935 में हुई. बताया जाता है कि साल 1935 के अगस्त महीने के पहले रविवार को अमेरिका की सरकार ने एक व्यक्ति को सजा के तौर पर मौत के घाट उतार दिया.

इस घटना के बाद उस व्यक्ति के जिगरी दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली. दोनों दोस्तों के बीच दोस्ती की इतनी गहरी भावना को देखते हुए अमेरिकी सरकार ने अगस्त महीने के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का फैसला लिया. बाद में यह धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा.

वहीं इसे लेकर एक दूसरी कहानी भी काफी प्रचलित है. इस कहानी के अनुसार साल 1930 में जोएस हाल नाम के एक व्यापारी ने एक दिन अपने सभी दोस्तों को अपने घर बुलाया. कार्यक्रम में उसके सभी दोस्त पहुंचे और उन्होंने एक-दूसरे को ग्रीटिंग्स देकर एकर बधाई दी.

व्यापारी ने इस खास दिन को मनाने के लिए अगस्त का पहला रविवार चुना. तभी से इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है.


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