जेट एयरवेज के 16 हजार कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन


jet airways personnel commit suicide

 

वित्तीय संकट में फंसी जेट एयरवेज अपने 16 हजार कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन नहीं दे पाई है.

जेट एयरवेज पिछले साल अगस्त महीने से अपने पायलटों, इंजीनियरों और वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में देरी करती रही है.

कंपनी ने देरी के लिए ऋण समाधान योजना को अंतिम रूप देने में आ रही ‘जटिलताओं’ का हवाला दिया है.

जेट एयरवेज के एक अधिकारी राहुल तनेजा ने कर्मचारी के साथ पत्राचार में कहा, “समाधान योजना को अंतिम रूप देने में जटिलताओं को देखते हुए इसमें उम्मीद से ज्यादा समय लग रहा है. हालांकि, हम समाधान खोजने के लिए संस्थानों और ऋणदाताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं और इसे लेकर प्रयास करते रहेंगे.”

उन्होंने कहा, “मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए हम बताया चाहते हैं कि मार्च 2019 के वेतन में देरी होगी.” प्रबंधन ने यह नहीं बताया है कि वेतन कब दिया जाएगा. नौ अप्रैल को कंपनी की ओर से अपडेट दिया जाएगा.

जेट एयरवेज के निदेशक मंडल ने 25 मार्च को समाधान योजना को मंजूरी दी थी. भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले ऋणदाताओं द्वारा इस योजना को तैयार किया गया था.  योजना के तहत बैंक कंपनी में 1500 करोड़ रुपये की पूंजी डालेंगे.


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