चुनाव नतीजों के बाद MP में ट्रेंडिंग हैशटैग बना #Mayawati


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देर रात तक वोटों की गिनती पूरी होने के बाद मध्य प्रदेश में मायावती की भूमिका चर्चा में आ गईं. इसलिए कि बसपा के दो विधायकों का समर्थन कांग्रेस के लिए अहम हो गया. ट्विटर हैशटैग एनालिटिका ट्रेंड 24 के मुताबिक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित देश में #Mayawati  टॉप पांच ट्विटर ट्रेंड में आ गया.

मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा, “हालांकि कांग्रेस की अधिकतर नीतियों के साथ हमारी सहमति नहीं है,  हम फिर भी उन्हें मध्य प्रदेश में समर्थन देने को तैयार हैं और अगर जरूरत पड़ी तो हम उन्हें राजस्थान में भी समर्थन देंगे.”

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों के परिणाम आने के बाद 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है.

सपा के समर्थन के बाद मध्य प्रदेश में अगली कांग्रेस सरकार के समर्थक  विधायकों की स्थिति इस प्रकार बनती है:

कांग्रेस 114 + बीएसपी 2 + एसपी 1 + निर्दलीय 4(कांग्रेस के दावे के अनुसार) = 121 (बहुमत का आंकड़ा 116)

तौशीफ शेख नाम के एक ट्विटर यूजर ने  मायावती के निर्णय पर ट्वीट किया है, ” मायावती बीजेपी को सत्ता से अलग रखने के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस का समर्थन करेंगी. अगर कांग्रेस यूपी में बीएसपी को साथ लेकर चले तो वह अधिक सीटें जीत सकती है.”

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, ” द क्विन इज द किंग मेकर”

@kanpurMycity हैंडल से किए ट्वीट में नरेन्द्र मोदी को दो नावों की सवारी (सपा और बीएसपी) से दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है. हैंडल से लिखा गया है कि मायावती अब तक जेल से बाहर हैं, उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में तो जेल में होना चाहिए.

पत्रिका नेशनल हेराल्ड ने अपने विश्लेषण में लिखा है कि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के कांग्रेस को समर्थन देने से महागठबंधन को मजबूती मिली है.

पत्रकार बरखा दत्त ने ट्विटर पर लिखा, ” यह कांग्रेस के लिए सबक है- बसपा के साथ गठबंधन इस (विधानसभा चुनाव की) करीबी लड़ाई को काफी कुछ बदल सकता था. साल 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस को बिग ब्रदर की भूमिका से बाहर आने की जरूरत है. ”

ट्रेंड 24 के मुताबिक राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित देशभर में #Results2018 टॉप ट्रेंड पर है. यहां कांग्रेस 99 सीटों पर जीत के साथ बहुमत के जादुई आंकड़े से केवल दो सीटों की दूरी पर है.

11 दिसम्बर की सुबह से पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए थे. इसके बाद से लोगों ने चुनाव से संबंधित हैशटैग के साथ अपनी बात रखना शुरू कर दिया था. पिछले 24 घंटों  में ट्विटर पर राहुल गांधी, #Congress के अलावा अब सत्ता खो चुके मुख्यमंत्री रमन सिंह और शिवराज सिंह, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को सबसे अधिक मेंशन किया गया.

एक अन्य ट्विटर यूजर @jasoosKutty अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, “शिवराज सिंह चौहान और रमण सिंह ने तीन बार चुनाव जीता. लेकिन मोदी के बैनर के साथ चुनाव लड़ने पर हार गए. अब किसे इसका जिम्मेदार माना जाए.”

पिछले 24 घंटे के ट्विटर ट्रेंड पर रहे #AssemblyElections2018 से  कंचन गुप्ता ने अन्य विश्लेषकों के उलट अपनी राय रखी है.  उन्होंने सवाल पूछा है कि किसानों की नाराजगी? वह आगे लिखते हैं, मंदसौर बीजेपी के साथ रहा. जबकि शहरी और कस्बों के मध्यमवर्ग के वोट पैटर्न में बदलाव आया है.

राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दो प्रमुख दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी ट्विटर पर मेंशन किए जाने वाले टॉप 10 ‘नामों’ में शामिल हैं. ट्विटर यूजर के बीच इनके मुख्यमंत्री बनने को लेकर तर्क और समर्थन गढ़े जा रहे हैं.

सुमित सूर्य प्रकाश @sumits380 हैंडल से लिखते हैं कि पुराने पड़ चुके कमलनाथ और अशोक अशोक गहलोत के बजाय ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट इनमें से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए”

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा कि अनुभवी कमलनाथ और अशोक गहलोत को केन्द्र के लिए सुरक्षित रखना सही निर्णय होगा.

Telangana Rashtra Samithi का ट्विटर ट्रेंड और मेंशन में टॉप 10 में रहना स्वाभाविक लगता है. टीआरएस पार्टी ने भारी बहुमत के साथ दोबारा तेलंगाना की सत्ता में वापसी की है.

थोड़े वक्त के लिए  #FighterShivraj का ट्विटर हैशटैग चला. समर्थकों ने ट्वीट कर मध्य प्रदेश में बीजेपी के पिछड़ने पर दु:ख जताया. ज्यादातर ट्वीट में समर्थकों ने बिजली, सड़क और किसान के लिए शिवराज को याद किया है. शिवराज सिंह के अंतिम कार्यकाल में व्यापमं घोटाला हुआ था. साल 2017 में मंदसौर में प्रदर्शनकारी किसानों पर गोली चली थी जिसमें छह किसानों की जान चली गई थी.

गूगल पर भी लोगों ने चुनाव रिजल्ट देखने के लिए अलग-अलग राज्यों के नाम सर्च किए.


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